अखिलेश यादव नें आज पैदल ही अपने विधायकों के साथ विधान सभा तक कूच करने का प्रयास किया. पूरे जोर शोर से अपने विधायकों के साथ पैदल ही विधानसभा की ओर निकल पड़े हालांकि प्रशासन नें उनको रास्ते मे ही रोक लिया. तमाम कोशिश के बाद भी अखिलेश यादव को आगे नहीं जानें दिया गया. सपा प्रमुख रास्ते में ही सरकार के विरोध में धरनें पर बैठ गए. साथ ही उनके साथ उपस्थित विधायक भी धरनें पर बैठ गए.
यहां पर अखिलेश यादव नें कहा कि उत्तर प्रदेश की सड़कें जर्जर हैं. किसान सरकार से परेशान है. सूखे से प्रभावित किसानों को राहत नहीं मिली है. प्रदेश में बीमारी से गायों की मौत हो रही है. लगातार महंगाई बढ़ती चली जा रही. उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है. यूपी में क्राइम लगातार बढ़ रहा है.
सपा प्रमुख नें कहा कि यूपी में नौकरियों में भर्ती नहीं हो रही है. रोजगार नहीं है, किसान परेशान,युवा बेहाल. हम विधानसभा पैदल जाना चाहते हैं. हम जनता की बात उठाना चाहते हैं. हर मुद्दे पर सरकार फेल हो चुकी है. गरीबों के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि सपा चाहती है कि जातीय जनगणना हो. भाजपा के लोग संविधान नहीं मानते हैं.
आपको बता दें कि प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, लचर कानून व्यस्था, बढ़ते अपराध को लेकर सपा, सरकार के विरोध में विधानसभा तक पैदल ही जानें की रणनीति में थी हालांकि प्रशासन नें उनको जानें नही दिया. पुलिस नें कहा कि बिना अनुमति के ये धरना दिया जा रहा है. आपको बता दें कि आज से विधान सभा का 5 दिवसीय मानसून सत्र शुरु हुआ है.