कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि के तहत दो करोड़ 55 लाख 70 हजार किसानों को 10वीं किस्त मिली है। अब दो करोड़ 60 लाख किसानों को इसका लाभ दिया जा रहा है। इन्हें 11वीं किस्त भेजी गई है। कृषि मंत्री ने शुक्रवार को लोक भवन में योगी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर कृषि विभाग की उपलब्धियों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि हर गांव में हमारी टीम जाकर किसानों का चिन्हीकरण कर रही हैं। जो लोग इसकी सीमा में आ रहे हैं, उन्हें इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसानों का ई-केवाईसी से जोड़ा जा रहा है। मंत्री ने अपील की है कि सभी किसान ई-केवाईसी करा लें। भविष्य में इन्हें ही पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ दिया जाएगा। दो करोड़ 60 लाख किसानों के खाते में 48 हजार 311 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि लोक कल्याण संकल्प पत्र में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिए जाने की बात की गई है। हमारी सरकार द्वारा बुंदेलखंड में सभी 47 विकास खंडों में प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिन किसानों के पास देसी गाय हैं उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा, ताकि छुट्टा गोवंश की समस्या समाप्त होने के साथ ही प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा मिल सके। निशा प्राकृतिक खेती के तहत बुंदेलखंड में 50 हेक्टेयर आकार के 10 क्लस्टर की कार्य योजना बनाई गई है। 54 कृषि कल्याण केन्द्र पूरी तरह से क्रियाशील कर दिए गए हैं। अब तक स्वीकृत 336 कृषि कल्याण केंद्रों में से 184 केंद्र क्रियाशील हो गए हैं। इन केंद्रों को बीज, कृषि रक्षा रसायन एवं कृषक प्रशिक्षण के रूप में उपयोग किया जाएगा।
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सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि नई सरकार के गठन के बाद 313 एफपीओ पोर्टल पर पंजीकृत किए गए हैं। योजना काल से अब तक 1265 एफपीओ पंजीकृत हुए हैं। राजकीय कृषि विद्यालय बुलंदशहर में प्रसार संचार एवं प्रशिक्षण सुविधाओं के विकास के लिए 19.9 करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं। वहीं, देवरिया में चार करोड़ 80 लाख रुपये में ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। कृषि मंत्री के साथ राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख और विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ देवेश चतुर्वेदी मौजूद रहे।