महोबा। महोबा जिले में बोरवेल में गिरे मासूम को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और प्रशासन ने रेस्क्यू कर बड़ी मशक्कत से बोरवेल से निकाल तो लिया। पर मासूम जिंदगी की जंग हार गया। जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। खबरों के मुताबिक चिकित्सकों ने बताया कि पांच से छह घंटे पहले ही मासूम की मौत हो गई थी। इस खबर के फैलने के बाद परिजनों में कोहराम बच गया।
यह भी पढ़ें: किसानों के साथ बैठक से पहले सरकार ने बनाई नई रणनीति, किसानों ने भी कसी कमर

20 घंटे बाद बोरवेल में गिरे मासूम को किया गया रेस्क्यू, पर वो हार गया जिंदगी की जंग
बता दें कि महोबा के बेलाताल में बुधौरा गांव में बोरवेल में गिरे मासूम को 20 घंटे के रेस्क्यू के बाद बाहर निकाला गया। पूरी रात एसडीआरएफ, एनडीआरएफ व प्रशासन की टीमें रेस्क्यू अभियान में लगी रहीं। सुबह मासूम को बोरवेल से निकालकर उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। मासूम के निकलने के बाद बच्चे की सलामती के लिए प्रार्थनाओं का दौर तेज हो गया था। जिला अस्पताल में इलाज को चिकित्सकों की विशेष टीम लगाई गई थीं। पर उसको मृत घोषित कर दिया गया।
यह भी पढ़ें: वृषभ राशि वाले वाणी पर रखें संयम, कर्क जातकों को सताएगा भय…..
बुधौरा गांव निवासी भागीरथ कुशवाहा के खेत में खुले बोरवेल में उसका चार साल का बच्चा धनेंद्र उर्फ बाबू बुधवार को खेलते-खेलते गिर गया था। जानकारी मिलते ही प्रशासन ने रेस्क्यू शुरू कराया। शासन तक मामला पहुंचने के बाद लखनऊ से 20 सदस्यीय एसडीआरएफ टीम देर रात को गांव पहुंची, उसके बाद पहुंची एनडीआरएफ की टीमों मिलकर रेस्क्यू शुरू किया। दोनों के संयुक्त रेस्क्यू में मासूम को निकाला करीब 20 घंटे के बाद गुरुवार सुबह निकाल लिया गया। 20 घंटे बाद बोरवेल में गिरे मासूम ने हारी जिंदगी की जंग।
 Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine
				 
			 
		 
						
					 
						
					