आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अग्निपथ योजना को पूरी तरह से निरस्त करने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।
सिंह ने अग्निपथ योजना को देश के नौजवानों के साथ धोखा बताते हुए कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार ने नौजवानों के पेट और पीठ पर लात मारने का काम किया है। ये भारत माता की सुरक्षा के साथ भी गद्दारी है, इसलिए ये अग्निपथ योजना तत्काल वापस होनी ही चाहिए।
आप नेता ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा विधायक कह रहे हैं कि आंदोलन करने वाले नौजवान जिहादी-आतंकवादी हैं। केंद्रीय मंत्री कह रहे हैं यह लोग नाई, ड्राइवर, चालक, इलेक्ट्रिशियन बन जाएंगे और भाजपा दफ्तर में गार्ड लगा लेंगे। राजस्थान में दो नौजवानों ने अग्निपथ योजना के चलते आत्महत्या कर ली है।
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सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता युवाओं के घाव पर नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में रहकर देश सेवा करने वाले प्रधानमंत्री 12 करोड़ की गाड़ी में घूमेंगे और सीमा पर सुरक्षा करने के लिए प्राणों की आहुति देने वाले अग्निवीरों को शहीद का दर्जा भी नहीं देंगे। क्या देश सेवा के लिए भाजपाइयों का दोहरा मापदंड है? बाबा साहब के द्वारा लिखे गए संविधान में दिखा दीजिए जहां पर राजनीति को लूटने का धंधा बताया है। सेना देश सेवा के लिए है तो क्या राजनीति लूटने के लिए है? पैसों की कमी का ड्रामा और आर्थिक संकट पूरी तरह से बेबुनियाद और झूठा है। देश के चंद पूंजीपतियों पर बैंकों का 10.50 लाख करोड़ रुपए बकाया है। मेहुल चौकसी, नीरव मोदी ने 20 हजार करोड़, नितिन संदेशरा ने 6 हजार करोड़, विजय माल्या ने 10 हजार करोड़, ललित मोदी ने 2800 करोड़ रुपए बैंकों का लूट लिया। अगर पीएम मोदी अपने इन मित्रों से पैसा वसूल लें तो 46 हजार अग्निवीरों को 20 साल तक अच्छी तनख्वाह दी जा सकती है।