पटना। कांग्रेस की बिहार इकाई के प्रमुख राजेश राम ने शुकव्रार को मतगणना प्रक्रिया की ईमानदारी पर संदेह जताया। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना के दौरान निवार्चन आयोग के रुझानों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को महागठबंधन से आगे दिखाया गया है।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों में सत्तारूढ़ गठबंधन को शुरुआती बढ़त बनाते हुए दिखाया गया है। राजग ने बहुमत के आंकड़े 122 को पार कर 172 से अधिक सीट पर बढ़त बना ली है। निर्वाचन आयोग के अनुसार, शुरुआती रुझान में राजग 172 से अधिक विधानसभा सीट पर और ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन करीब 51 सीट पर आगे है।
इस बदलती चुनावी गणना के बीच राम ने मतगणना प्रक्रिया में ‘‘गंभीर विसंगतियों” का आरोप लगाया और दावा किया कि प्रारंभिक चरण के बाद कई केंद्रों पर मतगणना प्रक्रिया अचानक धीमी हो गई। प्रशासन पर ‘‘वोट चुराने” का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया कि मतगणना केंद्रों के आसपास ‘‘सर्वर वैन” मंडराते रहने और ‘‘मतदान केंद्रों पर अनियमितताओं” की खबरें हैं।
उन्होंने कहा, जब महाराष्ट्र और हरियाणा में वोट चोरी होती है, तो लोग खासकर विपक्ष यहां भी ऐसा ही संदेह क्यों नहीं करेगा?” राम ने कहा कि बिहार के मतदाता बेरोज़गारी, प्रश्न पत्र लीक, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और लगातार पलायन के कारण ‘‘स्पष्ट आक्रोश” दिखा रहे हैं।
उन्होंने कहा, महिलाएं नहीं चाहतीं कि उनके पति कमाने के लिए राज्य से बाहर जाएं। युवा निराश हैं। भाजपा समर्थित 20 साल के शासन ने उन्हें निराश कर दिया है। कांग्रेस नेता ने राजद की चेतावनियों को भी दोहराया कि किसी भी कथित गड़बड़ी से अशांति फैल सकती है। उन्होंने कहा, मतदाता जानते हैं कि उन्होंने किसके लिए बटन दबाया है। अगर नतीजे उनकी उम्मीदों के मुताबिक नहीं आते, तो गुस्सा स्वाभाविक है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए राम ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उन्हें “पूरी तरह से अपने कब्ज़े में कर लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘जदयू के नेता और कार्यकर्ता खुद नाखुश हैं। उन्हें भी पता है कि यह सरकार जाने वाली है। जनता ऐसी सरकार चाहती है जो रोज़गार, दवाइयां और सम्मान दे।’
बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि पार्टी आंकड़ों पर टिप्पणी करने से पहले दिन के अंत तक इंतज़ार करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ये सिर्फ़ शुरुआती रुझान हैं। दिन के आखिर में अंतिम आंकड़े ही सब कुछ बताएंगे।” मतगणना प्रक्रिया में अनियमितताओं के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव आयोग, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को लोगों को आश्वस्त करना चाहिए कि प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी रही है। कई सवाल हैं, कई सबूत हैं। उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए।
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