दिल्ली:- बोत्सवाना आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की मौजूदगी में प्रोजेक्ट चीता के अंतर्गत एक औपचारिक कार्यक्रम में आठ चीतों को भारत में स्थानांतरित करने के लिए सौंपेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उनकी बोत्सवाना समकक्ष डूमा बोको के बीच संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान इसकी घोषणा की गई।

प्रोजेक्ट चीता एक अनूठी पहल है, जिसका उद्देश्य दशकों बाद चीतों को भारत में फिर से लाना है। सितंबर 2022 में नामीबिया से आठ चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित किया गया था।
अगले वर्ष दक्षिण अफ्रीका से बारह चीतों को लाया जाएगा। इनमें से अधिकांश चीते अपने नए वातावरण में अच्छी तरह ढल गए हैं और प्राकृतिक व्यवहार कर रहे हैं।

तीन साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू हुआ प्रोजेक्ट चीता अब एक नए अध्याय में प्रवेश कर गया है। भारत को जल्द ही बोत्सवाना से आठ नए चीते मिलने वाले हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुुर्मु 14 नवंबर को अपनी बोत्सवाना यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डूमा गिडियन बोको से इन चीतों को औपचारिक रूप से प्राप्त करेंगी।
यह सहयोग भारत और बोत्सवाना के बीच वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

बोत्सवाना को इसलिए चुना गया है क्योंकि यह और नामीबिया, दक्षिणी अफ्रीका की आधे से अधिक चीता आबादी का घर हैं। इससे भारत में लाई गई चीता प्रजातियों की आनुवंशिक विविधता और दीर्घकालिक जीवित रहने की क्षमता में वृद्धि होगी।
यह पहल सिर्फ एक संरक्षण परियोजना नहीं, बल्कि भारत और बोत्सवाना के बीच विश्वास, सहयोग और पर्यावरणीय साझेदारी का प्रतीक है।
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