बीजेपी ने अगले वर्ष होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों का शंखनाद कर दिया है। इन्ही तैयारियों के क्रम में बीजेपी के चाणक्य के रूप में विख्यात केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर हैं। अपने इस दौरे पर अमित शाह ने बीजेपी के वोटबैंक को मजबूत करने के लिए ऐसा कदम बढाया जिससे विरोधियों के दांत खट्टे हो गए हैं। दरअसल, अमित शाह ने मतुआ समुदाय को को साधने का प्रयास किया है।
बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने इस वोटबैंक पर डाला डाका
दरअसल, अमित शाह ने शुक्रवार को कोलकाता के गौरानगर में मतुआ समुदाय के सदस्य के घर खाना खाया। इस दौरान पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष और कैलाश विजयवर्गीय मौजूद थे। केवल इतना ही नहीं, इसके पहले बीते दिन उन्होंने बांकुड़ा जिले के चतुरडिही गांव में एक आदिवासी कार्यकर्ता के घर में खाना खाया था। बताया जा रहा है कि यहां अमित शाह के लिये केले के पत्ते पर भोजन परोसा गया। यह बंगाली और शाकाकारी खाना था।
मालूम हो, नादिया और नॉर्थ 24 परगना जिले की 10 विधानसभा सीटों पर मतुआ समुदाय की जबरदस्त पकड़ है। यह समुदाय पलायन करके आया था। बताया जाता है कि जिले में मतुआ शरणार्थियों की संख्या लगभग 70 लाख के करीब है। इस चुनाव में बीजेपी मतुआ समुदाय को अपने बड़े वोट बैंक के रूप में देख रहा है।
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आपको बता दें कि बीते दिन अमित शाह ने दम भरते हुए कहा था कि अगले साल होने वाले चुनाव में बीजेपी दो तिहाई सीटों से ज्यादा अंतर से जीत हासिल करेगी।