प्रयागराज। भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पवित्र संगम में डुबकी लगाई। आध्यात्मिक यात्रा के दौरान उन्होंने त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इसके बाद वे अक्षयवट और लेटे हनुमान मंदिर के दर्शन के लिए भी जाएंगे।
भूटान नरेश की यह यात्रा भारतीय संस्कृति और सनातन परंपराओं के प्रति उनकी गहरी आस्था को दर्शाती है। संगम स्नान के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहे। संगम में आस्था की डुबकी लगाने के बाद भूटान नरेश ने धार्मिक अनुष्ठान भी किए।
संगम स्नान के बाद भूटान नरेश प्रयागराज किले में स्थित अक्षयवट के दर्शन करेंगे, जिसे सनातन धर्म में अमर वृक्ष के रूप में माना जाता है। मान्यता है कि इस पवित्र वृक्ष के दर्शन मात्र से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
महाकुम्भ के रंग में रंग रही
दुनिया सारी…भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने आज महाकुम्भ 2025, प्रयागराज के पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान कर भारतीय संस्कृति एवं परंपराओं के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की। उनके साथ माननीय मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने भी संगम… pic.twitter.com/XGPnmy2Hq1
— Mahakumbh (@MahaKumbh_2025) February 4, 2025
इसके अलावा, वह प्रसिद्ध लेटे हनुमान मंदिर भी जाएंगे, जो प्रयागराज के सबसे प्राचीन और चमत्कारी मंदिरों में से एक है। मान्यता है कि यहां हनुमान जी स्वयं लेटी हुई मुद्रा में विराजमान हैं, और उनके दर्शन मात्र से भक्तों की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं।
भूटान नरेश की इस यात्रा को भारत और भूटान के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने के रूप में देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भूटान नरेश का स्वागत करते हुए कहा कि भारत और भूटान के बीच गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंध हैं, और यह यात्रा दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण संबंधों को और प्रगाढ़ बनाएगी।भूटान नरेश की इस आध्यात्मिक यात्रा से प्रयागराज के धार्मिक महत्व को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलेगी।