आज के समय में कई लोगों के जीवन में चाय ने एक ख़ास स्थान ले लिया है। कई लोगों की सुबह तो चाय के साथ ही होती है। हालांकि इस चाय के कई साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। अगर आपको भी चाय पीने की आदत है और आप चाय के बगैर नहीं रह सकते, तो आज हम आपको कुछ ऐसे पांच आम मसालों के बारे में बताते हैं, जिसको मिलाकर चाय बनाने से इसका स्वाद तो अनोखा हो ही जाता है। साथ ही इसके साइड इफेक्ट्स भी ख़त्म हो जाते हैं।
लौंग से लेकर अदरक तक: चाय के साइड इफेक्ट को ठीक करने के लिए इसमें मिलाएँ ये 5 मसाले
अदरक:
अदरक सबसे आम मसालों में से एक है जिसका उपयोग सदियों से औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता रहा है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सूजन और अपच को कम करने में मदद करते हैं। अपनी चाय में अदरक का एक छोटा टुकड़ा डालने से चाय के बाद होने वाली किसी भी परेशानी को कम करने में मदद मिल सकती है। यह आपकी चाय को एक गर्म और मसालेदार स्वाद भी देता है, जिससे यह और भी स्वादिष्ट बन जाती है।
इलायची:
दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में चाय बनाने में इस्तेमाल होने वाला एक और आम मसाला इलायची है। इस मसाले का स्वाद लाजवाब होता है जो आपकी चाय को ताज़गी से भरपूर और सुकून देने वाला स्वाद देता है। इसके अलावा, इलायची चाय पीने के बाद होने वाले नुकसान को कम करने में भी मदद करती है। यह चाय पीने के बाद होने वाली सूजन और बेचैनी को पचाती है और राहत देती है। कुछ कुचली हुई फलियों का इस्तेमाल करें और उन्हें अपनी चाय में मिलाएँ।
दालचीनी:
दालचीनी दुनिया भर के विभिन्न व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाने वाला एक लोकप्रिय मसाला है। इसका मीठा और गर्म स्वाद आपकी चाय में एक आरामदायक स्पर्श जोड़ता है। दालचीनी के कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं, जिसमें सूजन को कम करना और पाचन में सहायता करना शामिल है। यह चाय पीने से होने वाली पेट की परेशानी को कम करने में मदद करती है और इसमें एक अनोखा स्वाद भी जोड़ती है।
लौंग:
लौंग एक और मसाला है जिसे आप चाय में डालकर इसके बाद के प्रभावों को कम कर सकते हैं। इनका स्वाद बहुत तीखा और तीखा होता है जो आपकी चाय में एक अलग ही स्वाद भर देता है। लौंग अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए जानी जाती है, जो सूजन और अपच को कम करने में मदद करती है। चाय बनाते समय उसमें कुछ लौंग डालने से चाय पीने से होने वाली किसी भी परेशानी को कम करने में मदद मिल सकती है।
काली मिर्च:
काली मिर्च एक मसाला है जिसका इस्तेमाल आम तौर पर नमकीन व्यंजनों में किया जाता है, लेकिन इसे चाय में भी मिलाया जा सकता है ताकि इसके बाद के प्रभाव को कम किया जा सके। इसका स्वाद तीखा और मसालेदार होता है और यह चाय को एक अनोखा स्वाद देता है। काली मिर्च अपने पाचन गुणों के लिए जानी जाती है, चाय पीने से होने वाली सूजन और एसिडिटी को कम करने में मदद करती है और चाय में एक गर्म आरामदायक स्वाद जोड़ती है।