बीजेपी विधायक बनते ही 29 वर्षीय शगुन ने आतंकवाद के खिलाफ लगाई दहाड़, हिल गई घाटी

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है और भारत निर्वाचन आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जेकेएनसी 41 सीटों पर आगे चल रही है।

किश्तवाड़ विधानसभा सीट पर भाजपा की 29 वर्षीय शगुन परिहार ने 521 वोटों से जीत दर्ज की है। शगुन परिहार इलेक्ट्रॉनिक्स में पीएचडी कर रही हैं और यह उनका पहला चुनाव है। उन्होंने जेकेएनसी के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सज्जाद अहमद किचलू को हराया।

मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए शगुन परिहार ने कहा कि वह कश्मीर घाटी को आतंकवाद मुक्त बनाने के लिए कदम उठाएंगी। उन्होंने कहा कि घाटी में कई घर वालों ने बहुत कुछ खोया है, कई जवानों को  खोया,  मैंने अपने पिता को खोया, किसी ने अपने बेटे को खोया। बहुत से घरों को सुरक्षा के मुद्दे की वजह से वीरान कर दिया गया है।

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उन्होंने कहा कि मेरी पहली कोशिश यह ही रहेगी कि यहां पर रहने वाले हर बच्चे के सिर पर पिता का साया रहे। हर घर में खुशहाली रहे। अमन रहे, शान्ति रहे और चैन रहे।

आपको बता दें कि शगुन परिहार के पिता अजीत परिहार और उनके चाचा अनिल परिहार जो भाजपा में वरिष्ठ नेता थे, की 1 नवंबर 2018 को आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी । चुनाव प्रचार के दौरान शगुन ने कहा था कि उन्हें मिलने वाला वोट उनके परिवार के लिए नहीं होगा, बल्कि हर उस परिवार के लिए होगा, जिसे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के कारण नुकसान उठाना पड़ा है।