अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए गुजरात प्रशासन ने शनिवार को पवित्र सोमनाथ मंदिर के पास मस्जिद, कब्रिस्तान और एक दरगाह सहित अवैध धार्मिक संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया। बताया जा रहा है कि अवैध रूप से निर्मित ये धार्मिक संरचनाएं 500 वर्ष पुरानी थी।
गुजरात प्रशासन ने इस ध्वस्तीकरण अभियान के तहत 36 जेसीबी, 70 ट्रैक्टर, 5 हिताची मशीनें, 10 डम्पर और 1,400 पुलिसकर्मियों को तैनात किया था। इस बात की जानकारी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट एक्स पर ‘द ऑब्जर्वर पोस्ट’ नाम के अकाउंट से पोस्ट किये गए लेख से हुई है।
एक समाचार पोर्टल से मिली जानकारी के अनुसार, यह अभियान सोमनाथ मंदिर के निकट गिर सोमनाथ जिले के प्रभास पाटन में अवैध अतिक्रमण और अवैध रूप से निर्मित धार्मिक संरचनाओं के विरोध में चलाया गया था।
गिर सोमनाथ के कलेक्टर दिग्विजय सिंह जडेजा ने कहा कि नौ धार्मिक स्थल और 45 कमरों का इस्तेमाल मुसाफिर खाने के तौर पर किया जा रहा था। जमीन की कीमत 320 करोड़ रुपये आंकी गई है। हमने नोटिस जारी किए हैं और उचित प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। लेकिन हमें कोई जवाब नहीं मिला। आज सुबह-सुबह तोड़फोड़ अभियान शुरू हो गया और हमने 102 एकड़ जमीन खाली करा ली है। हम दो दिनों के भीतर जमीन खाली करा लेंगे।
अल्पसंख्यक समुदाय के लोग इस नजारे को देखने के लिए जमा हुए थे, जब जेसीबी और मशीनें अवैध ढांचों को गिराने के लिए चल रही थीं। हालांकि यह अभियान शांति और सौहार्द के साथ चलाया गया, लेकिन प्रतिबंधित क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन और आंदोलन करने के लिए 70 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया।
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मौके पर मौजूद लोगों में जिला कलेक्टर, आईजी, तीन एसपी, छह डीएसपी और पचास पुलिस इंस्पेक्टर और सब-इंस्पेक्टर शामिल थे।
एसपी मनोहर सिंह जडेजा ने कहा कि सोमनाथ मंदिर और सर्किट हाउस के पीछे कई असामाजिक तत्वों द्वारा बड़ा अतिक्रमण किया गया था। स्थानीय प्रशासन और पुलिस के साथ मिलकर तोड़फोड़ अभियान चलाया जा रहा है। हमने 1,400 पुलिस बल तैनात किया है। हमने करीब 150 लोगों को हिरासत में लिया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर रहे हैं।