केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता गिरिराज सिंह और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल में अज्ञात लोगों द्वारा बिहार के दो सीआईएसएफ नौकरी अभ्यर्थियों पर कथित हमले के मामले से निपटने के तरीके को लेकर ममता बनर्जी सरकार की आलोचना की।
गिरिराज सिंह ने शेयर किया वीडियो
सिंह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर घटना का एक वीडियो भी शेयर किया, जिसने राजनीतिक बहस को हवा दे दी। अपने पोस्ट में उन्होंने सवाल उठाया कि बंगाल में रोहिंग्या मुसलमान के लिए रेड कारपेट और परीक्षा देने गए बिहार के बच्चे के साथ मारपीट? क्या ये बच्चे हिंदुस्तान के अंग नहीं? क्या ममता सरकार ने सिर्फ बलात्कारियों को बचाने का ठेका ले रखा है?
चिराग पासवान ने उठाए सवाल
वहीं इस वीडियो को शेयर करते हुए चिराग पासवान ने एक्स पर लिखा कि पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों से बर्बरतापूर्ण मारपीट की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। वहां की मुख्यमंत्री ने फिर एक बार बिहारियों का अपमान किया है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा कि मैं ममता बनर्जी जी से पूछना चाहता हूं कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना भी गुनाह है ? क्या अब भी विपक्षी दल के नेता चुप्पी साधे रहेंगे? मैं पूछना चाहता हूं बिहार के नेता प्रतिपक्ष से कि अब आप किस हक से तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे। मैं मुख्यमंत्री नितीश कुमार जी से आग्रह करता हूं कि मामले की गहन जांच करा कर दोषियों पर विधिसम्मत कार्रवाई करें।
वीडियो में दिखी बर्बरता
इन दोनों राजनेताओं द्वारा शेयर किये गए वीडियो में सिलीगुड़ी से प्राप्त कथित फुटेज में एक व्यक्ति युवकों से अभद्रता से सवाल करता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि दूसरा व्यक्ति मारपीट को रिकॉर्ड कर रहा है। वीडियो में एक व्यक्ति युवक से पूछता है कि वह कहां से है, जिस पर युवक जवाब देता है कि वह बिहार से है और परीक्षा देने आया है।
इसके बाद वह व्यक्ति युवक को गाली देना शुरू कर देता है और सवाल करता है कि अगर वह बंगाल का निवासी नहीं है तो उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति कैसे दी गई। वह आगे युवक का निवास प्रमाण पत्र दिखाने की मांग करता है। युवकों को कान पकड़कर ऊपर-नीचे की सज़ा देने के लिए भी मजबूर किया जाता है और वे हाथ जोड़कर उस व्यक्ति से विनती करते देखे जा सकते हैं।
सिलीगुड़ी से प्राप्त कथित फुटेज में एक व्यक्ति युवकों से अभद्रता से सवाल करता हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि दूसरा व्यक्ति मारपीट को रिकॉर्ड कर रहा है। वीडियो में एक व्यक्ति युवक से पूछता है कि वह कहां से है, जिस पर युवक जवाब देता है कि वह बिहार से है और परीक्षा देने आया है।
सिलीगुड़ी पुलिस ने हमलावरों को किया गिरफ्तार
सिलीगुड़ी पुलिस ने एक्स पर पोस्ट किया कि युवकों पर हमला करने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने वाले दो लोगों की पहचान कर ली गई है। उन्होंने दावा किया कि घटना के समय वे आईबी के अधिकारी थे।
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पुलिस ने अपने पोस्ट में कहा कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें खुद को आईबी अधिकारी बता रहे दो लोग सिलीगुड़ी में दो अन्य लोगों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार करते नजर आ रहे थे। उन दो लोगों की पहचान कर ली गई है, उनका आईबी अधिकारी होने का दावा फर्जी है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।