गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर उनके बेटे द्वारा लगाए जा रहे आरोप गलत साबित हुए हैं। दरअसल, मुख़्तार अंसारी के विसरा की जांच करने पर उनकी मौत की असली वजह सामने आ गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) की एक रिपोर्ट में बीते रविवार को कहा गया है कि गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई, जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के निष्कर्षों की पुष्टि करता है।
अंसारी का इस साल मार्च में बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से 63 साल की उम्र में निधन हो गया था। मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक रहे अंसारी 2005 से उत्तर प्रदेश और पंजाब की जेलों में बंद थे। उनके खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले लंबित थे।
अंसारी को सितंबर 2022 से उत्तर प्रदेश की विभिन्न अदालतों द्वारा आठ मामलों में सजा सुनाई गई थी और वह बांदा जेल में बंद था, जहां इस साल मार्च में उसकी मृत्यु हो गई।
मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने दावा किया कि उनके पिता को जेल में “धीमा जहर” दिया गया था, और यह भी मांग की कि उनका पोस्टमार्टम दिल्ली में एम्स के डॉक्टरों द्वारा किया जाए और मौत की मजिस्ट्रेट जांच हो।
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मीडिया से बात करते हुए उमर अंसारी ने कहा कि उनके पिता को खाने में जहर दिया गया, जिससे उनकी मौत हो गई।
आरोप के बाद बांदा के जिला मजिस्ट्रेट ने जांच के आदेश दिए, जिसमें पुष्टि हुई कि अंसारी की मौत जेल में दिल का दौरा पड़ने से हुई। डीएम की रिपोर्ट को आवश्यक कार्रवाई के लिए उत्तर प्रदेश सचिवालय भेज दिया गया है।