लोकसभा चुनाव को लेकर नेताओं की रैलियां जारी है और उन रैलियों में बयानबाजी भी खूब हो रही है। बीजेपी के दिग्गज नेता और गृह मंत्री अमित शाह ने उदयपुर में एक रैली के दौरान कांग्रेस पर हमला बोला। अमित शाह ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अब किसी के पास केंद्र शासित प्रदेश में पत्थर फेंकने की हिम्मत नहीं है।
अमित शाह ने कहा, “मुफ्ती और ‘राहुल बाबा’ जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा हटाए जाने पर खून-खराबे की भविष्यवाणी करते थे। धारा 370 हटते ही यहां खून-खराबा हो जाएगा…राहुल बाबा, पांच साल हो गए, ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार है, खून-खराबे की तो बात ही छोड़ दीजिए ‘वहां किसी की पत्थर फेंकने’ की हिम्मत है।”
राजस्थान के उदयपुर में शुक्रवार शाम एक रोड शो के दौरान अमित शाह ने विपक्षी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने वर्तमान की भाजपा सरकार के कामों को गिरनवाते हुए पूर्व की सरकारों की खामियां गिनवाई है।
2019 में, केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 द्वारा जम्मू और कश्मीर को प्रदान की गई विशेष स्थिति को रद्द कर दिया। इसने पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में भी विभाजित कर दिया था। 370 हटाए जाने के बाद कई विपक्षी पार्टियों ने इसका जोरदार विरोध किया था।
इस बीच, एनडीटीवी के साथ एक इंटरव्यू में अमित शाह ने विपक्ष के इस आरोप का जवाब दिया कि अगर बीजेपी दोबारा सत्ता में आई तो संविधान में बदलाव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले 10 वर्षों में कभी भी अपने बहुमत का दुरुपयोग नहीं किया है और यह कांग्रेस थी जिसने केंद्र में सत्ता में रहते हुए अपने बहुमत का दुरुपयोग किया था।
अमित शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा हाशिए पर रहने वाले समुदायों को आरक्षण देने की नीति कभी नहीं बदलेगी।राहुल गांधी के इस आरोप पर कि बीजेपी ने बॉन्ड के जरिए चंदा वसूला है, अमित शाह ने कहा कि विपक्ष को भी इन व्यक्तियों और कंपनियों से पैसा मिला है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा इस समय चढ़ा हुआ है। इस बार सात चरणों में मतदान होने वाले हैं जिसका पहला चरण 19 अप्रैल को पूरा हो गया। कई राज्यों में शामिल राजस्थान की 12 सीटों पर भी शुक्रवार को मतदान संपन्न हो गया। शेष 13 सीटों पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।