नयी दिल्ली । निर्वाचन आयोग ने शनिवार को कहा कि देश के 12 राज्यों में पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है और देश में कुल 47.1 करोड़ महिलाएं मतदाता सूची में पंजीकृत हैं।
लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनावों पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि देश में लिंगानुपात 1000 पुरुषों पर 948 महिलाओं का है जो चुनावी चक्र में महिलाओं की भागीदारी का ‘बहुत अच्छा संकेत’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘12 राज्य ऐसे हैं जहां लिंगानुपात 1000 से अधिक है। इसका मतलब है कि इन राज्यों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों की तुलना में अधिक है। करीब 1.89 करोड़ नए मतदाता शामिल हुए हैं, जिनमें 18-19 वर्ष के आयु वर्ग में 85.3 लाख महिला मतदाता हैं। महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं, इसलिए यह एक बहुत ही स्वस्थ संकेत है कि महिलाएं भी हमारे चुनावों में समान रूप से भाग ले रही हैं।’’
हालांकि उन्होंने राज्यों के नाम नहीं बताए। कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होकर सात चरणों में होंगे और परिणाम चार जून को घोषित किए जाएंगे।
अन्य चरणों का मतदान 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और एक जून को होगा। अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव 19 अप्रैल को और आंध्र प्रदेश में 13 मई को होंगे।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में सात चरणों में मतदान हुआ था। इस चुनाव में कुल 91.2 करोड़ योग्य मतदाता थे, जिनमें लगभग 43.8 करोड़ महिला मतदाता और लगभग 47.3 करोड़ पुरुष मतदाता थे।
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