नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दशहरे के शुभ पर्व पर आज एलएसी के पास नाथुला दर्रे पर सैनिकों के साथ शस्त्र पूजन किया है, राजनाथ सिंह की शस्त्रों की पूजा करती हुए तस्वीरों को रक्षामंत्री कार्यालय के ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया गया है, जो कि इस वक्त वायरल हो रही हैं, आज रक्षा मंत्री जवानों संग ही दशहरे का पर्व मनाएंगे। पिछले साल राजनाथ सिंह ने फ्रांस में भारत के पहले राफेल लड़ाकू विमान की डिलीवरी के दौरान शस्त्र पूजा की थी।
चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में पिछले पांच महीने से चले आ रहे सैन्य गतिरोध के बीच दार्जिलिंग और सिक्किम के दो दिन के दौरे पर गये रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी सेक्टर में स्थिति और सैन्य तैयारियों की समीक्षा की है।
बता दें कि शनिवार को राजनाथ सिंह पूर्वी सेक्टर में 33 वीं कोर के मुख्यालय सुकना दार्जिलिंग पहुंचे। यहां पर उन्होंने सुकना में सेना की 33 कोर के मुख्यालय में जवानों को संबोधित करते हुआ कि भारत हमेशा अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छा संबंध चाहा है, इस समय गलवान में हमारे बिहार रेजिमेंट के 20 जवानों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपनी कुर्बानी दी, यह राष्ट्र और और सीमाएं आपके चलते ही सुरक्षित है।
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इससे पहले राजनाथ सिंह ने दार्जिलिंग में सुकना युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की, मालूम हो कि चीन से तनातनी के बीच रक्षा मंत्री का यह दौरा बेहद ही महत्वपूर्ण है। गौरतलब है कि राजनाथ सिंह शनिवार को पश्चिम बंगाल और सिक्किम की दो दिवसीय यात्रा पर दार्जिलिंग के लिए रवाना हुए थे, वहां आज वह फॉरवर्ड क्षेत्र का दौरा करेंगे और सैनिकों के साथ बातचीत करेंगे।
इस बारे में जानकारी देते हुए राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर कहा था कि “मैं पश्चिम बंगाल और सिक्किम के दो दिवसीय दौरे पर दार्जिलिंग जा रहा हूं, मैं अग्रिम इलाकों का दौरा करूंगा और सैनिकों के साथ मुखातिब होऊंगा। इस यात्रा के दौरान सिक्किम में एक बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन की तरफ से बनाई गई सड़क का भी उद्घाटन करूंगा।”
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रक्षा मंत्री पूर्वी सेक्टर में अग्रिम मोर्चों का दौरा करेंगे और जवानों के साथ बातचीत करेंगे। रक्षा मंत्री इस बार जवानों के साथ दशहरा मनाएंगे और शस्त्र पूजा करेंगे। वह सीमा सडक़ संगठन द्वारा तैयार किये गये ढांचागत प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर करीब पिछले पांच महीने से सैन्य गतिरोध बना हुआ है और कई जगहों पर दोनों देशों के सैनिक कई बार आमने-सामने आ चुके हैं। भारत हमेशा अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छा संबंध चाहा, हमने हमेशा इसको लेकर प्रयास किए लेकिन हमारी ओर आंख उठाने वालों को हम करारा जवाब देना भी जानते हैं, हमारे जवानों ने हमारी सीमाओं, अखंडता और सार्वभौमिकता की रक्षा की खातिर समय-समय पर कुर्बानी दी है, देश अपनी वीर सपूतों को कभी भी भूल नहीं सकता है और मातृभूमि की ओर नापाक नजर रखने वालों को हम कभी नहीं छोड़ेंगे।