टाइम ट्रैवल को लेकर अब तक कई बार अलग-अलग तरह के दावे किए जा चुके हैं। दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो टाइम ट्रैवलिंग करने की बात कहते हैं, लेकिन हकीकत क्या है इसके बारे में कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है। सोशल मीडिया पर कई ऐसी फोटोज और वीडियोज हर दिन वायरल होते रहते हैं, जिसे लोग टाइम ट्रैवल के सबूत मानते हैं। इसी कड़ी में एक बार फिर कुछ ऐसा सामने आया है जिसके कारण इन दिनों टाइम ट्रैवल की चर्चा ज्यादा हो रही है। दरअसल, हाल ही में एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है, जो ये दावा कर रही है कि टाइम ट्रैवल सच में होता है। हालांकि सोशल मीडिया और विदेशी मीडिया के बीच वायरल हो रही इस अद्भुत तस्वीर को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं, वो कितने सच हैं इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2016 में एक फेसबुक ग्रुप में एक अद्भुत फोटो शेयर की गई थी। आइसलैंड देश से जुड़े फेसबुक ग्रुप की ये फोटो आज भी काफी चर्चा में बनी हुई है। इस तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि उसमें एक ऐसा व्यक्ति मौजूद है, जो टाइम ट्रैवलर हो सकता है।

इस दावे के पीछे का आधार ये बताया जा रहा है कि ये व्यक्ति साल 1943 में मोबाइल फोन पर बात कर रहा है। वो भीड़ के बीचों-बीच खड़ा है और सबसे अलग हरकत कर रहा है। फोटो में लग रहा है कि वह व्यक्ति खड़े होकर फोन पर बात कर रहा है, जबकि रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये तस्वीर 1943 के आइसलैंड के Reykjavík की है।
ये तस्वीर दूसरे विश्व युद्ध के दौरान की बताई जा रही है। आप इस फोटो में देख सकते हैं कि इस भीड़भाड़ में सैनिक इधर-उधर आते-जाते दिख रहे हैं। वहीं कोने में एक दुकान की दीवार से लगकर एक शख्स खड़ा है, जिसने हाथों को कान पर रखा है, जिसे देखकर बिल्कुल ऐसा ही लग रहा है कि वह फोन पर बात कर रहा है।
इस रहस्यमयी व्यक्ति के चेहरे पर चिंता की हल्की सी झलक भी देखने को मिल रही है। इस फोटो में कई अमेरिकी सैनिक सड़क से गुजरते दिख रहे हैं और कुछ आइसलैंड की कड़कड़ाती ठंड से निपटने के लिए ट्रेंच कोट पहने हुए नजर आ रहे हैं। इसके अलावा वहां कुछ पुलिसकर्मी भी खड़े हैं। हालांकि इस फोटो के पीछे का रहस्य बरकरार है।
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