मानसून सत्र 2023 की संसद की चर्चा में आज 28 जुलाई को उच्च सदन में तीखी नोकझोंक हुई। आपको बता दे, पिछले छह दिनों से सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध ऐसे ही चल रहा है। विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी से मणिपुर हिंसा और विवादित वायरल वीडियो पर बयान करने की मांग कर रहे थे। इसके कारण, गुरुवार को भी दोनों सदनों में मणिपुर का मुद्दा और लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराने की योजना बदल दी गई।
रविकिशन का विपक्षी दल पर ताना
आपको बता दे, इसी दौरान बीजेपी सांसद रवि किशन ने I.N.D.I.A. ब्लॉक के प्रतिनिधिमंडल के मणिपुर दौरे पर विपक्षी दल को ताने मारते हुए कहा कि वे चाहें तो पाकिस्तान, श्रीलंका और चीन जैसे देशों में जा सकते हैं। ऐसा लगता है कि विपक्षी दल को यह बयान खासतौर पर मणिपुर के मुद्दे पर ध्यान देने के लिए कहा गया था। आपको बता दे, आज उच्च सदन में मणिपुर के हालातों पर भी तीखी बहस और नोकझोंक हुई। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओब्रायन और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के बीच मुद्दे पर विवाद हुआ। जिसके कारण, राज्यसभा की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए रोक दिया गया है।
इस कारण रोक दी गई कार्यवाही
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष को आह्वान किया कि वे शांतिपूर्वक चर्चा करें, लेकिन उन्होंने कहा कि संसद में विधेयक पारित करने में वे सहायक नहीं रहेंगे। विपक्ष ने अचानक अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिसके परिणामस्वरूप संसद की समीपवर्ती कार्यवाही को रोक दिया गया।
कांग्रेस नेता मनिकम टैगोर ने प्रधानमंत्री को बनाया निशाना
इसी बीच, कांग्रेस नेता मनिकम टैगोर ने प्रधानमंत्री को निशाना बनाते हुए कहा कि वे मणिपुर का दौरा करना चाहते थे, लेकिन यह नहीं हो पाया। उन्होंने सांसदों के लिए मणिपुर के लोगों के दर्द को समझने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल की घोषणा की। कल सांसदों के इस प्रतिनिधिमंडल की यात्रा आरंभ होगी। उन्होंने इस प्रतिनिधिमंडल के मकसद को मणिपुर के लोगों के दर्द को समझने में समर्पित करने का दावा किया है।
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