बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी पार्टियों की पहली बड़ी बैठक थोड़ी देर में मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में शुरू होगी। बैठक में 15 पार्टियों के नेता पहुंच गए हैं। बैठक से पहले कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हम सब मिलकर भाजपा को हराएंगे। देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ो विचारधारा है तो दूसरी ओर भाजपा-आरएसएस की भारत तोड़ो।

उन्होंने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस का डीएनए बिहार में हैं। बिहार से कांग्रेस का गहरा जुड़ाव रहा है और अब हिन्दुस्तान में जो विचारधारा की लड़ाई चल रही है, उसमें विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस साथ खड़ी है।राहुल ने कहा कि जब उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में कन्याकुमारी से कश्मीर तक का सफर किया तब हर राज्य में बड़ी संख्या में बिहार के लोग उनकी यात्रा में शामिल हुए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसे समय में जब भाजपा हिंदुस्तान को तोड़ने का काम कर रही है तो कांग्रेस मोहब्बत फैलाने का काम कर रही है। नफरत को नफरत से नहीं काटा जा सकता नफरत को सिर्फ मोहब्बत काट सकता है। इसलिए हम मोहब्बत फैला रहे हैं लेकिन भाजपा सिर्फ नफरत और हिंसा फैलाने का काम कर रही है। इसलिए आज हम बिहार आए हैं। देश की सारी विपक्षी पार्टियां एक साथ मिलकर भाजपा को हराने जा रही हैं।
ये पार्टियां होंगी शामिल
विपक्षी एकता की बैठक में जदयू, राजद, आप, डीएमके, टीएमसी, सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई (एमएल), पीडीपी नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, शिवसेना, सपा, जेएमएम और एनसीपी शामिल होंगी।
ये नेता होंगे शामिल
विपक्षी दलों की महा बैठक में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री नेता एम के स्टालिन, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, डी राजा, दीपांकर भट्टाचार्य और महबूबा मुफ्ती हिस्सा लेंगे। ये सभी नेता गुरुवार को ही पटना पहुंच गए थे। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी के शरद पवार और जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, सपा के अखिलेश यादव, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, जेएमएम के हेमंत सोरेन शुक्रवार को पटना पहुंचे। इनके अलावा जदयू से नीतीश कुमार और राजद से तेजस्वी यादव बैठक में शामिल होंगे।
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भाजपा ने बैठक को लेकर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस बैठक को हास्यास्पद कहा है। साथ ही कहा कि कांग्रेस पार्टी का आभार व्यक्त करना चाहती हूं कि कांग्रेस मान चुकी है कि अकेले मोदी का हराने में समर्थ नहीं है। उसे सहारे की जरूरत है। महा गठबंधन के नेताओं का कहना है कि बैठक में शामिल सभी दलों के नेताओं को बोलने का वक्त मिले, इसका खास ख्याल रखा गया है। बैठक का मुख्य उद्देश्य भाजपा को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना है। इसके लिए नए सिरे से विपक्षी दलों को एकजुट किया जा रहा है। बैठक में कई अहम निर्णय लिए जाएंगे। इसमें मुख्य रूप से विपक्षी एकजुटता का नाम क्या हो? इसकी अगुआई कौन करेंगे। इस पर फैसला हो सकता है। साथ ही चुनाव में टिकट के फार्मूले और कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर भी चर्चा हो सकती है।
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