जनपद-सीतापुर के विकासखण्ड गोंदलामऊ के ग्राम पंचायत गांगूपुर में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं अनियमितता का मामला
अधिकारियों के अनुचित संरक्षण के चलते प्रधान आरोपों पर पर्दा डालने में जुटे, आवासों के निर्माण हेतु थोड़ी-थोड़ी ईटा, सीमेन्ट, सरिया आदि लाभार्थी को देकर लीपा-पोती का प्रयास किया जा रहा है
सीतापुर। समाजवादी पार्टी की सरकार में सम्बन्धित ग्राम प्रधान की राजनीतिक पकड़ तो थी ही वर्तमान में भी सम्बन्धित अधिकारियों के अनुचित संरक्षण के चलते भ्रष्टाचार को समाप्त करने का संकल्प लेने वाली वर्तमान भाजपा सरकार के मंत्री के आदेश भी प्रधान की पहुंच के आगे बौने साबित हैं।
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ग्राम विकास आयुक्त कार्यालय स्तर से ग्राम पंचायत की जांच के सम्बन्ध में जो आदेश जनपद को भेजे गये हैं वह भी अभी तक पत्रावली में बन्द हैं। जनपद के सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा ग्राम प्रधान को दिये जा रहे अनुचित संरक्षण के चलते ग्राम प्रधान द्वारा आवास योजना में अनियमितताओं की शिकायतों पर पर्दा डालने हेतु गांगूपुर निवासी अहिबरन पुत्र छोटे, गनेशपुर निवासी अरविन्द पुत्र पुत्तू, गुरूदीप पुत्र सीताराम के जिन आवासों को पूर्व में बिना निर्मित कराये पूर्ण दर्शाया गया था।
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प्रलोभन देकर उन्हे अपने पक्ष में करने की नियत से आवासों के निर्माण हेतु थोड़ी-थोड़ी ईटा, सीमेन्ट, सरिया आदि लाभार्थी को देकर लीपा-पोती का प्रयास किया जा रहा है। इससे जनपद के अधिकारियों द्वारा जांच कार्यवाही प्रारम्भ करने के पहले प्रधान से सम्बन्धित लाभार्थियों के आवास पूर्ण कराकर प्रधान को आरोपों से बचाने की मंशा जाहिर होती है । अब देखना यह है कि समाजवादी पाटी की सरकार का पावरफुल सम्बन्धित ग्राम प्रधान प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त करने का लक्ष्य रखने वाली योगी आदित्यनाथ की सरकार पर कितना भारी पड़ता है ।