लंदन में भारतीय लोकतंत्र के संबंध में की गई टिप्पणियों के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमलावर भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को उन्हें मौजूदा भारतीय राजनीति का ‘मीर जाफर’ करार दिया और कहा कि उन्हें अपने बयानों के लिए माफी मांगनी ही होगी.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “मीर जाफर ने जो किया था नवाब बनने के लिए… और जो राहुल गांधी ने लंदन में किया है… वह बिल्कुल वही है.”
उन्होंने कहा, “शहजादा नवाब बनना चाहता है… आज के मीर जाफर को माफी मांगनी ही पड़ेगी.” राहुल गांधी पर विदेशी धरती से भारत का अपमान करने का आरोप लगाते हुए पात्रा ने दावा किया कि देश के खिलाफ बोलना कांग्रेस नेता के लिए बहुत साधारण बात है.
उन्होंने कहा, “ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी बिना माफ़ी मांगे निकल जाएंगे… माफ़ी तो उन्हें मांगनी ही पड़ेगी, हम मंगवा कर रहेंगे.”
उन्होंने कहा कि राफेल मामले में भी राहुल गांधी को माफ़ी मांगनी पड़ी थी और आज उन्हें संसद में भी माफ़ी मांगनी पड़ेगी.”
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “यह कहना गलत नहीं होगा कि राहुल गांधी वर्तमान में भारतीय राजनीति के मीर जाफर हैं.”
संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण गत सोमवार, 13 मार्च से शुरू हुआ है और तब से ही भाजपा राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए बयान को लेकर माफी मांगने की मांग पर अड़ी हुई है जबकि कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल अडानी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच कराने पर जोर दे रहे हैं.
विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण पिछले सप्ताह लोकसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही बाधित रही और अन्य कामकाज भी नहीं हो सका. सोमवार को भी दोनों सदनों में इन मुद्दों पर हंगामा हुआ और कोई कामकाज नहीं हो सका.
बता दें, हाल ही में लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर ‘‘बर्बर हमला’’ हो रहा है. उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा था कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस पर ध्यान देने में नाकाम रहे हैं.
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राहुल ने व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष की इन टिप्पणियों से देश में एक नया राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है.
गौरतलब है कि भाजपा जहां उन पर विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने और विदेशी हस्तक्षेप की मांग करने का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विदेशों में भारत की आंतरिक राजनीति का मुद्दा उठाने के कथित उदाहरण देते हुए सत्तारूढ़ पार्टी पर पलटवार कर रही है.