भारत में मुस्लिमों की जनसंख्या दर तेजी से बढ़ रही है। अगर यही स्थिति रही तब कई तरह के संकट पैदा हो सकते हैं। यह दावा विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार की ओर से किया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, “भारत में हिंदुओं की जनसंख्या की दर कम होती जा रही है, जबकि मुस्लिमों के मामले में यह दर तेजी से बढ़ रही है।”
चिंता जाहिर करते हुए वह आगे बोले, “अगर यही हाल (जनसंख्या से जुड़ा) रहा, तब मौजूदा संतुलन बिगड़ जाएगा और देश में विभिन्न किस्म के संकट पनप जाएंगे।” कुमार ने इसी के साथ यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को लागू किए जाने की बात कही।
बकौल कुमार, “हिंदुस्तान में सभी लोगों को परिवार नियोजन का पालन करना चाहिए। मुस्लिम धर्म में ढेर सारे ऐसे लोग हैं, जो ज्यादा से ज्याद बच्चे पैदा करने के लिए कहते हैं। वे इसके पीछे धर्म का हवाला दे देते हैं। इस तरह की धारणाओं को बदला जाना चाहिए और हर किसी को देश के अच्छे के लिए आगे बढ़कर काम करना चाहिए।”
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दरअसल, यूसीसी के जरिए देश के सभी नागरिकों के लिए एक जैसे नियम-कानून हो जाएंगे। फिर चाहे वह शादी से जुड़ा मसला हो या फिर बच्चे को गोद लेने से संबंधित बात…संपत्ति के बंटवारे सरीखे मामले में भी कानून और नियम सब पर समान होंगे। यानी जाति-धर्म और परंपरा के तहत इसके अंतर्गत किसी को राहत और रियायत नहीं मिल पाएगी।