केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में बजट 2023-24 पर हुई चर्चा का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट राजकोषीय विवेक की सीमा के भीतर भारत की विकास अनिवार्यताओं की आवश्यकता को आश्चर्यजनक रूप से संतुलित करता है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है।
उन्होंने कहा कि सरल शब्दों में कहा जाए तो बजट 2023-24 राजकोषीय विवेक की सीमा के भीतर भारत की विकास अनिवार्यताओं की आवश्यकता को आश्चर्यजनक रूप से संतुलित करता है। यह बहुत ही नाजुक संतुलित रणनीति है।
राज्यों को ट्रांसफर किए जा रहे संसाधन
इसी बीच निर्मला सीतारमण ने कहा कि सभी संसाधनों को राज्यों को ट्रांसफर किया जा रहा है, यानी टैक्स से केंद्रीय हिस्सा और केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत रिलीज कुल मिलाकर 17.98 लाख करोड़ होने का अनुमान है। यह पिछले साल की तुलना में 1.55 लाख करोड़ ज्यादा है।
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कांग्रेस पर निशाना साधते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि हम किसी एक व्यक्ति को ध्यान में रखकर नहीं बल्कि सभी को ध्यान में रखकर नीतियां बनाते हैं। हम जीजा और भतीजा का समर्थन करने वाली पार्टी नहीं हैं। यह कांग्रेस की संस्कृति है।