लोकसभा से पास हो चुका कृषि बिल के विरोध की गूंज अभी भी सड़कों पर सुनाई दे रही है। दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन ने सडकों पर उतर कर कृषि बिल के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि कृषि बिल किसान विरोधी है और इसे वापस लेना ही होगा।
इस प्रदर्शन के दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि बिल किसान विरोधी है और इसे वापस लेना ही होगा। भारतीय किसान यूनियन अब सड़कों पर उतर चुकी है। अंजाम की परवाह नहीं है। किसानों का धान सस्ता लिया जा रहा है। अगर यही रवैया रहा डीएम और एसडीएम के कार्यालय धान क्रय केंद्र बना दिया जाएंगे।
राकेश टिकैत ने कहा कि पिछले साल धान महंगा था। इस बार जो निर्धारित मूल्य से कम दामों में धान खरीदा जा रहा है और यह होने नहीं दिया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले मंडल स्तरीय महापंचायत को संबोधित करने पहुंचे। टिकैत खासी भीड़ देखकर उत्साहित नजर आए और उन्होंने किसानों में जोश भरा।
उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि किसानों का उत्पीड़न शोषण नहीं होने देंगे। गन्ना मूल्य भुगतान 14 दिन में ना होने पर कड़ी नाराजगी जताई और उप गन्ना आयुक्त को चेताया कि वह भुगतान कराएं। उप गन्ना आयुक्त कार्यालय पर भी धरना दिया जाएगा। मंडल आयुक्त कार्यालय पर मंडल के सभी जिलों के किसान जूते इसमें युवाओं की संख्या भी अच्छी खासी रही।