राजस्थान के उदयपुर में होने वाले कांग्रेस के चिंतन शिविर को लेकर तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। जिस समय पार्टी अपने पतन के कगार पर खड़ी है, तब कांग्रेस की तरफ से पार्टी की पूरी तरह कायापलट करने की तैयारी है। इतना ही नहीं लगातार लगातार पार्टी छोड़ रहे नेताओं को भी साधने का कोशिश की जाएगी।

कांग्रेस से जुड़े कुछ सूत्रों का कहना है कि चिंतन शिविर में पार्टी के नेताओं को शपथ दिलाई ज सकती है कि वे पार्टी को छोड़कर नहीं जाएंगे। निष्ठा की कसम दिलाते लोगों से यह कहा जाएगा कि वे खुद और अपने समर्थकों को पार्टी में बनाए रखने का वादा करें। दरअसल ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद समेत टीम राहुल गांधी का हिस्सा कहे जाने वाले कई दिग्गज नेता विधानसभा चुनाव के पहले पार्टी छोड़ चुके हैं।
वैवाहिक दुष्कर्म के अपराधीकरण मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने सुनाए दो अलग-अलग निर्णय
ऐसे में कांग्रेस जैसे राजनितिक दल के लिए पलायन कर रहे नेताओं को रोकना भी एक बड़ी चुनौती है। इसके अलावा सोनिया गाँधी के नेतृत्व में होने वाले इस मंथन शिविर में यह प्रस्ताव भी पारित हो सकता है कि पार्टी में एक व्यक्ति को केवल एक ही पद दिया जायेगा। साथ ही एक परिवार में एक ही व्यक्ति को टिकट मिलेगा। इतना ही नहीं जी-23 के नेताओं को साधने की कोशिश भी की जाएगी।
Sarkari Manthan Hindi News Portal & Magazine