नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में नई सरकार का गठन होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) एक्शन मोड़ में आ गए हैं. मंगलवार को उन्होने सरकारी कर्मचारियों (Government Employees) से जुड़ा बड़ा नियम बनाकर पारित भी कर दिया है. जिसके बाद प्रदेश के लाखों कर्मचारियों की सांसे अटक गई हैं. क्योंकि मुख्यमंत्री योगी ने अब सूबे के सभी सरकारी कर्मचारियों के लंच ब्रेक का टाइम टेबल निर्धारित कर दिया है. नया नियम लागू होने के बाद अब सरकारी कर्मचारी सीट छोड़कर तीन-तीन घंटे गायब नहीं हो सकेंगे. उन्हे सिर्फ 30 मिनट में भी लंच करने के बाद वापस सीट पर आना होगा. यदि नियम फॅालो नहीं किया तो संबंधित कर्मचारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री ने दोनों उप मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में ये बड़ा फैसला लिया. मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर टीम 9 की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें अधिकारियों और कर्मचारियों की ओर से लंबे लंच ब्रेक लेने की शिकायतें मिली हैं. जिससे कार्यालयों में काम प्रभावित हो रहा है. उन्होंने संबंधित अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि लंच ब्रेक 30 मिनट से ज्यादा न हो. सरकारी कर्मचारियों के लिए दोपहर 1.30 बजे लंच ब्रेक लेना आम बात हो गई है और दोपहर 3.30 बजे या शाम 4 बजे के आसपास काम पर लौट आते हैं. दोपहर के भोजन के लिए घर जाने वाले वरिष्ठ अधिकारी भी तीन घंटे तक का ब्रेक लेते हैं. जिसे अभी से बदलना होगा. मुख्यमंत्री सभी जिले के जिलाधिकारियों को नियम को तत्काल प्रभाव से लागू करने के लिए आदेशित किया है.
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दरअसल, सरकारी कर्मचारी अपने आप को मठाधीश समझते हैं. लंच के नाम पर अपने घर तक जाकर सो जाते हैं. उसके बाद शाम के समय कई बार तो ऑफिस ही नहीं आते थे. मुख्यमंत्री ने समस्या को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को बड़े फैसले पर मोहर लगा दी है. प्रदेश के सभी अधिकारियों को आदेशित करते हुए नए नियमों को लागू करने के लिए कहा है.