राजनीतिक पार्टियों की ओर से प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। इसको लेकर सभी दल चुनावी मैदान में आ गए हैं। भाजपा से लेकर कांग्रेस, सपा आदि बुन्देलखण्ड पर फोकस करने में जुटे हुए हैं। चाचा की प्रसपा द्वारा निकाली गई रथ यात्रा के बाद सपा ने विजय रथ यात्रा निकाली। इस दौरान जहां अखिलेश यादव एक स्थानीय होटल में कमल को कुचलने के आह्वान कर रहे थे, तो वहीं उनके स्वागत में रखी गई साइकिल पर फूल सजाए गए थे। उनके चाचा के चहेतों के स्वागत करने के तरीके की चहुंओर चर्चा है।
अपने चाचा के सहयोगी रहे एक कद्दावर ठेकेदार के आलीशान होटल में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ठहराया गया था। यह उनकी विजय रथ यात्रा का दूसरा चरण था। विजय रथ यात्रा में गजब की भीड़ देख अखिलेश का मन प्रफुल्लित था। पूरे जोश के साथ अखिलेश यादव पत्रकारों के सवालों को तहस नहस करते हुए जवाब कम सवाल ज्यादा खड़े कर रहे थे।
इस दौरान वह आगामी विधानसभा चुनाव में जनता से भाजपा को उखाड़ फेंकने की अपील कर रहे थे। उनका कहना था कि जनता भाजपा पर बुल्डोजर चलाकर फूल का सफाया करेगी। उनके पीछे लगे होर्डिंग पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा था- 22 में बाइसिकिल। तो उनके बाईं ओर स्वागत के लिए सजाई गई साइकिल पर फूल ही फूल सजाए गए थे, यह देख लोगों के मुंह से बरबस ही निकल गया कि 22 में बाइसिकिल और साइकिल पर फूल। हालांकि इसके माध्यम से वह और उनके चहेते चाचा के चाहने वाले क्या संदेश देना चाहते थे, यह लोगों की समझ में नहीं आया।