केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत का दावा किया। साथ ही उन्होंने गठबंधन की तैयारी में जुटी पार्टियों पर भी निशाना साधा। समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव के कई राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन की योजना की खबरें सामने आ रही हैं। हाल ही में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि राज्य पहले विपक्षी गठबंधनों को खारिज कर चुका है।
हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2021 के पांचवे और अंतिम दिन गृहमंत्री शाह ने राजनीति को कैमिस्ट्री बताया। उन्होंने कहा, ‘सियासत फिजिक्स नहीं है, यह कैमिस्ट्री है। यह अनुमान लगाना सही नहीं है कि जब दो पार्टियां साथ आती हैं, तो वोट बैंक जुड़ जाते हैं। यूपी में भाजपा बड़ी बहुमत के साथ जीत हासिल करेगी।’ सत्तारूढ़ भाजपा ने साल 2017 विधानसभा चुनाव में 403 में से 325 सीटों पर रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी।
राज्य में गठबंधन की चर्चाएं
नवंबर में आम आदमी पार्टी ने कहा था कि सपा के साथ चर्चाएं शुरू हो गई हैं। पार्टी ने संकेत दिए थे कि वे सपा के साथ मिलकर आगामी चुनाव लड़ सकती है। आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अखिलेश यादव से मुलाकात भी कर चुके हैं। वहीं, सपा ने भी दोनों पार्टियों के साथ आने के संकेत दिए थे। बीते महीने ही यादव में ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के साथ गठबंधन किया था।
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योगी का प्रहार
गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने एक साक्षातकार के दौरान कहा था कि यूपी ने पिछले तीन चुनावों में विपक्षी दलों के हर तरह के गठबंधन को नकार दिया है। उन्होंने कहा, ‘साल 2017 में दो लड़के साथ आए और नकारे गए। 2014 में भाई और बहन को अस्वीकार किया। 2019 में महागठबंधन अस्वीकार हुआछ। अब यूपी में कोई गठबंधन नहीं है।’ 2014 में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनाव अभियान चलाया था। 2017 में राहुल और अखिलेश साथ आए। वहीं, 2019 लोकसभा चुनाव सपा-बसपा ने मिलकर लड़ा।