आतंकियों को घेरने के बाद करना चाहिए दो दिन इंतजार- बोले गुलाम नबी आजाद

जम्मू कश्मीर के राजौरी में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि नागरिकों की हत्याओं से केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवाद को बढ़ावा मिल रहा है और सेना के प्रयासों से जो लाभ मिलने चाहिए, वो नहीं मिल पा रहे। उन्होंने कहा कि सेना के जवान स्थानीय लोगों के साथ घनिष्ठ सहयोग के साथ बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान ज्यादा जल्दबाजी नहीं दिखानी चाहिए। इस मामले में समाचार एजेंसी एएनआई ने कांग्रेस नेता का एक वीडियो भी शेयर किया है।

वीडियो में गुलाम नबी आजाद बोलते हैं, ‘कभी कभी नागरिकों की हत्या, गैर आतंकियों की… उससे ये सांप सीढ़ी जैसा बन जाता है। हम बचपन में खेलते थे कि आदमी सीढ़ी से ऊपर पहुंच जाता था, वहां सांप का मुंह होता था फिर वो दुम पे पहुंच जाता था, फिर वहीं चढ़ने की कोशिश करता था। तो उससे फिर और आतंकवाद बढ़ता है। मैंने हमेशा सराहना की है, खासतौर से राजौरी और पुंछ के इलाकों में हमारे फौजी हैं, बहुत अच्छा तालमेल रहा। सुरक्षाबलों ने हमेशा बहुत अच्छा काम किया, हजारों की तादाद उनकी जानें भी चली गई हैं।’

कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ‘लेकिन उन्हें टालना चाहिए, जल्दी नहीं करना चाहिए कि यहीं अभी मारना है। मैंने आमतौर पर देखा है कि आतंकी गांव में जिसका दरवाजा खुला होता है, उसके घर में घुस जाता है, उसको मालूम भी नहीं होता कि ये कौन है। फिर सुरक्षाबल जाते हैं और घर को ही उड़ा देते हैं। घर वाले के समेत उजाड़ते हैं तो उससे इलाके के आसपास के लोगों को लगता है कि इन्होंने गलत किया। उसको नहीं करना चाहिए।’

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उन्होंने आगे कहा, ‘मैं अपने समय में कहता था कि किसी के घर में घुसो तो दो दिन इंतजार करो, चारों तरफ बैनर लगा दो, आतंकी दो दिन में निकलेगा। अंदर जाने का कोई रास्ता होगा। कोई डॉक्टर ने नहीं बताया है कि उसी दिन मार देना है रात को ही, दो दिन बाद भी उसको मार सकते हैं। लेकिन अतिरिक्त क्षति से घर वाला बच जाएगा, घर बच जाएगा, बाकी सुरक्षाबल अच्छा कर रहे हैं लेकिन उन्हें इस काम को करने से बचना चाहिए।’