राजधानी लखनऊ में मंगलवार को जवाहर भवन इंदिरा भवन कर्मचारी महासंघ की एक आपात बैठक महासंघ कार्यालय में हुई जिसमें सुरक्षा व्यवस्था में लगे सुरक्षाकर्मियों का कार्यकाल बढ़ाएं जाने पर चर्चा की गई। बैठक के उपरांत प्रदर्शन भी किया गया।
बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण फैसले
महासंघ के अध्यक्ष सतीश कुमार पाण्डेय तथा महामंत्री सुशील कुमार बच्चा ने बताया कि भूतपूर्व सैनिकों का कार्यकाल 31 अक्टूबर 2021 को समाप्त हो रहा है जिससे सुरक्षा व्यवस्था मे अड़चन आ सकती है जबकि दोनों भवनों सुरक्षा व्यवस्था उ०प्र० पूर्व सैनिक कल्याण निगम के माध्यम से वर्षों से सुरक्षाकर्मियों द्वारा बड़ी ईमानदारी से की जा रही है और पूरी तरह निपुण है। जबकि भूतपूर्व सैनिकों का कार्यकाल ना बढ़ाए जाने को लेकर विभाग के अधिकारियों द्वारा साजिश चल रही है कि भूतपूर्व सैनिकों को हटाकर स्टेट सिक्योरिटी फोर्स या अन्य एजेंसी से कार्य लिया जाए जबकि यहां परकिसी अन्य सिक्योरिटी की आवश्यकता नहीं है जबकि पूर्व सैनिक द्वारा दोनों भवनों की सुरक्षा व्यवस्था वर्षों से की जा रही है इनकी सुरक्षा से सभी कर्मचारी/अधिकारी संतुष्ट रहते हैं।
महासंघ की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि यदि भूतपूर्व सैनिकों का कार्यकाल नहीं बढ़ाया गया तो महासंघ सुरक्षा को लेकर गेट बंदी करके आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी इस आशय का पत्र मा० मुख्यमंत्री तथा विभाग के स्टेट ऑफिसर को भेजा गया है। बैठक के बाद भूतपूर्व सैनिकों का कार्यकाल बढ़ाए जाने के लिए परिसर में विरोध प्रदर्शन भी किया गया।
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बैठक में राम कुमर धानुक, विजय श्रीवास्तव, आकिल सईद बब्लू,अमित खरे, उमंग निगम, अभिनव त्रिपाठी, जलीस खान, रघुराज सिंह, अभिनव त्रिपाठी, शफीक उर रहमान अंसारी, रामेंद्र मिश्रा आदि शामिल रहे।