भारतीय जनता पार्टी छोड़कर तृणमूल में शामिल हुए बाबुल सुप्रियो ने अब बीजेपी सांसद के पद से भी इस्तीफा दे दिया है। मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार को बाबुल सुप्रियो ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मुलाक़ात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया है। आपको बता दें कि बाबुल सुप्रियो ने लोकसभा चुनाव-2019 में बाबुल सुप्रियो बीजेपी के टिकट पर आसनसोल संससीय सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। उन्हें केन्द्रीय कैबिनेट में भी शामिल किया गया था, लेकिन इसी वर्ष हुए मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें दरकिनार कर दिया गया, जिसकी वजह से उन्होंने बीजेपी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया।
बाबुल सुप्रियो ने पीएम मोदी और अमित शाह का जताया आभार
अब मंगलवार को बाबुल ने लोकसभा अध्यक्ष को सांसद पद से इस्तीफा देकर बीजेपी से हर तरह का सम्बन्ध ख़त्म कर लिया है। सांसद पद से इस्तीफा देने के बाद बाबुल सुप्रियो ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज मेरा दिल भारी है, क्योंकि मैंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत बीजेपी के साथ ही शुरू की थी। इस दौरान बाबुल सुप्रियो ने बीजेपी प्रमुख जेपी नड्डा, अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने और अमित शाह ने मुझ पर भरोसा किया, इसके लिए मैं उनका आभारी हूं, मैंने पूरे मन से राजनीति छोड़ दी थी। मैंने सोचा था कि अगर मैं पार्टी का हिस्सा नहीं हूं, तो मुझे अपने लिए सीट नहीं रखनी चाहिए।
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आपको बता दें कि बाबुल सुप्रियो जब तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे तो उन्होंने ये साफ कर दिया था कि वो अब सांसद पद पर भी नहीं रहेंगे, क्योंकि अगर ऐसा किया तो वो अनैतिक होगा। अपने इस्तीफे के बाद बाबुल सुप्रियो ने कहा कि उनका आसनसोल के प्रति विशेष लगाव है। बाबुल सुप्रियो ने कहा कि बीजेपी के नेता सुवेंदु अधिकारी ने उनके खिलाफ काफी बातें कही थी, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने की सोची थी। बाबुल सुप्रियो ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थामा था। वो बीजेपी के टिकट पर 2014 और 2019 का चुनाव आसनसोल से लड़े थे और दोनों बार जीते थे।