पाकिस्तान पूरी कोशिश कर रहा है कि वह तालिबान को मान्यता दिला सके। लेकिन यूरोपिय देश इतनी आसानी से किसी की भी बातों में आ जाए ऐसा मुमकिन नहीं। अब इटली ने भी यह साफ तौर पर कह दिया है। इटली ने कहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार को मान्यता किसी कीमत में नहीं दी जा सकती। हालांकि, इटली ने मानवीय पहलू दिखाते हुए यह जरूर कहा कि अफगानिस्तान में अभी भी बहुत से लोग मुसीबत में फंसे है जिनकी हमे मदद करनी चाहिए।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, इटली के विदेश मंत्री लुइगी डि माईओस ने रविवार को कहा कि तालिबान की सरकार को मान्यता देना असभंव है क्योंकि तालिबान ने बनायी गई सरकार में 17 आतंकियों को मंत्री बनाया हुआ है। साथ ही साथ अफगान में अब महिलाओं और लड़कियों के मानवाधिकार का लगातार उल्लंघन हो रहा है।
प्रवासियों की संख्या में इजाफे को रोकना है जरूरी
बता दें कि इटली आने वाले दिनों में अफगान मसले पर खास जी-20 समिट बुलाने के हक में है। एक टीवी इंटरव्यू में विदेश मंत्री लुइगी ने आगे कहा कि अन्य सभी देश मिलकर यह जरूर तय करें कि अफगान को जड़ से खत्म न होने दें, वरना प्रवासियों की संख्या में भारी इजाफा हो जाएगा।
इटली के विदेश मंत्री ने कहा कि वित्तीय मदद जिसको रोका गया था, वह अफगान के लोगों को दोबारा मिलने लगेगी। लुइगी ने कहा, ‘ हमे उन रास्तों को अपनाना होगा जिससे हम बिना तालिबान को बीच में लाए अफगान के लोगों की आर्थिक मदद कर सकते हैं।’ इटली के विदेश मंत्री आगे बोले कि पड़ोसी देशों की स्थिति खराब ना हो, इसका ध्यान रखते हुए प्रवासी संकट को कम करना जरूरी है।
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तालिबान सरकार के साथ है पाकिस्तान
पाकिस्तान शुरु से ही अफगान में कब्जा करने वाली तालिबान सरकार के साथ में है। इतना ही नहीं ऐसी खबरें भी सामने आई थीं कि अफगान पर कब्जे में पाकिस्तान ने तालिबान की हर तरह से सहायता की थी। अब पाकिस्तानी पीएम इमरान खान तालिबान को मान्यता के लिए दुनिया को मनाने का पूरा प्रयास कर रहा हैं। इतना ही नहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी संयुक्त राष्ट्र में तालिबान का बचाव करते दिखाई दे रहे थे। हालांकि, यूरोपीय संसद ने पाकिस्तान की तालिबान को मान्यता दिलाने की कोशिशों पर हैरान जता रही है।
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