पंजाब के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी सूबे के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के निशाने पर आ गए हैं। इसी क्रम में अब कैप्टन के करीबी मंत्रियों पर गाज गिरने वाली है। दरअसल, सूबे में मंत्रीमंडल विस्तार की कवायद शुरू हो गई हैं। दरअसल, पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के मंत्रिमंडल में बड़ा बदलाव होने वाला है। बताया जा रहा है कि इस मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और शपथग्रहण के लिए वक्त मांगेगे।
कैप्टन के करीबियों पर गिरेगी गाज
मिली जानकारी के अनुसार, पंजाब के इस मंत्रिमंडल विस्तार में साथ-आठ नए चेहरों को जगह दी जा सकती है। जबकि कई पुराने मंत्रियों पर गाज गिरने वाली है। जिन नए चेहरों को मौका दिया जा सतकता है उनमें परगट सिंह, राज कुमार वेरका, गुरकीरत सिंह कोटली, संगत सिंह गिलजियान, कुलजीत सिंह नागर, राणा गुरजीत सिंह और अमरिंदर सिंह राजा वारिंग का नाम शामिल है।
जिन्हें दोबारा मौका मिल सकता है उनमें सुखजिंदर रंधावा (उपमुख्यमंत्री), ओपी सोनी (उपमुख्यमंत्री), मनप्रीत सिंह बादल, ब्रह्म मोहिन्द्रा, त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा, रजिया सुल्ताना, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, भारत भूषण आशु, अरुणा चौधरी और विजय इंदर सिंगला का नाम शामिल है।
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आपको बता दें कि पंजाब कांग्रेस में कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रहे सियासी जंग की वजह से कप्तान को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जिसके बाद चन्नी को नए मुख्यमंत्री के रूप में चयनित किया गया था।