उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी सूबे की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार के संसदीय कार्य राज्यमंत्री आनंद स्वरुप शुक्ला ने मुसलमानों को लेकर बड़ा बयान दिया है। दरअसल, राज्यमंत्री आनंद स्वरुप ने कहा कि भगवान राम, कृष्ण और शिव भारतीय मुस्लिमों के पूर्वज हैं और उन्हें ‘भारतीय भूमि और संस्कृति’ को नमन करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस्लामिक स्टेट बनाने की मंशा रखने वाली सोच को मटियामेट कर देश में हिंदुत्व व भारतीय संस्कृति का परचम लहरा दिया है।
राज्यमंत्री ने उठाया ओवैसी के स्वागत में लगे पोस्टरों का मुद्दा
राज्यमंत्री आनंद स्वरुप शुक्ला ने यह बयान बीते गुरूवार को तब दिया, जब वह बलिया जिले में योगी सरकार के साढ़े चार साल पूरा होने का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत कर रहे थे। इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमानों के पूर्वज भगवान राम, कृष्ण और शंकर हैं। उन्हें काबा की धरती देखने की जरूरत नहीं है। इन लोगों को भारत की भूमि और संस्कृति के आगे नमन करना चाहिए।
राज्यमंत्री आनंद स्वरुप ने कहा कि सीरिया और अफगानिस्तान के बाद विभिन्न देशों के कुछ लोग दुनिया को एक इस्लामिक राज्य बनाना चाहते थे। भारत में भी कुछ लोगों की ऐसी ही सोच थी, लेकिन मोदी और योगी की केंद्र और प्रदेश की सरकार ने हिंदुत्व और ‘भारतीय संस्कृति’ का देश में परचम लहराकर इस सोच को मटियामेट कर दिया।
राज्यमंत्री ने अपने बयान में बीते दिनों संभल जिले में एआईएमआईएम मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के स्वागत में लगाए गए उन पोस्टरों का भी जिक्र किया, जिसमें संभल को गाजियों (इस्लामिक योद्धाओं) की भूमि बताई गई थी। उन्होंने कहा कि इस्लामिक आतंकवादियों को समाजवादी पार्टी के समर्थन और समाजवादी पार्टी के सम्भल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के खुलेआम तालिबान के समर्थन में बयान देने से ऐसे कार्यों को प्रोत्साहन मिलता है।
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राज्यमंत्री शुक्ला ने कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती से गाजियों का पूरी तरह सफाया कर दिया गया है। ऐसी शक्तियां भविष्य में सिर नहीं उठा पाएंगी। योगी सरकार ऐसी शक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी के पूर्वज हैदराबाद को अलग राष्ट्र बनाना चाहते थे, वह कामयाब नहीं हो सके, ऐसी मानसिकता रखने वाले लोग अभी भी हैं, यह बुजदिल लोग हैं और इनके पूर्वज भयवश मुसलमान बन गए थे। मोदी व योगी सरकार में इस तरह की सोच पनप नहीं सकती।