अयोध्या। रामनगरी के सम्पूर्ण विकास को लेकर अब कॉरपोरेट घरानों से भी मदद को आमंत्रित किया जा रहा है। गुरुवार को नगर निगम अयोध्या के जनसंपर्क अधिकारी राम किशोर यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए महापौर ऋषिकेश उपाध्याय की अनुमति से नगर आयुक्त विशाल सिंह की सहमति से देश की सरकारी गैर सरकारी 50 कंपनियों से सीएसआर फंड से अयोध्या के विकास के लिए सहयोग करने के लिए ईमेल, स्पीड पोस्ट पत्र के माध्यम से अपडेट किया गया है।
कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से आदर पूर्वक कहा गया है कि आप सपरिवार या स्वयं का प्रतिनिधि भेज कर अयोध्या के विकास में किन क्षेत्रों में आप सहयोग कर सकते हैं, देख लें। नगर अतिथि के रूप में आपकों सादर आमंत्रित किया जा रहा है।
बताया कि रिलायंस, ओएनजीसी, टाटा कंसल्टेंसी, इंडियन आयल कॉरपोरेशन, इंफोसिस, एनटीपीसी, हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन आदि 50 कंपनियों से अयोध्या के विकास में सीएसआर फंड से सहयोग करने का अनुरोध किया गया है।
नगर की सड़कें, गलियां, नालियों का निर्माण ,आधुनिक स्वच्छता उपकरण कूड़ा दान, सामुदायिक शौचालय ,शुद्ध पेयजल, ओवरहेड टैंक निर्माण वाटर पाइप लाइन, महत्वपूर्ण स्थानों में आरो, समुचित प्रकाश व्यवस्था तथा सौर ऊर्जा उपकरण, ऐतिहासिक मठ मंदिरों इमारतों का पुनर्निर्माण, भूमिगत वाहन पार्किंग, चौराहों ,पार्को उद्यानों का निर्माण एवं सौंदर्य करण आदि पर कार्य होने हैं।
नालों के पानी का शोधन यंत्र के माध्यम से जल शुद्धीकरण कर पावन सरयू नदी में प्रवाह की व्यवस्था, शव वाहन 10, विद्युत शवदाह गृह दो ,नगर निगम क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में वार्ड क्लीनिक स्थापना को आवश्यक भवन एवं संसाधन की उपलब्धता ,नगर निगम क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार परक प्रशिक्षण प्रत्येक वार्ड 100 युवा आदि 18 क्षेत्रों में कंपनियों से सुविधानुसार सीएसआर फंड से सहयोग के लिए अनुरोध किया गया है।
अयोध्या के विकास में संभावनाओं को आवश्यकताओं को संसाधनों की उपलब्धता को व्यक्तिगत रूप से भी अनुरोध एवं अवगत कराया जाएगा। जिससे अयोध्या आने वाले वर्षों में दुनिया का सबसे बड़ा तीर्थ स्थल आध्यात्मिक स्थल होगा। गुजारिश करते हैं कि इस ऐतिहासिक महत्व के शहर को विकसित करने में अपना योगदान सुनिश्चित करें। जिससे दुनिया का सबसे खूबसूरत आध्यात्मिक शहर अयोध्या हो प्रभु श्री राम की पावन जन्मस्थली उनके विचार उनके सिद्धांत आदर्श भारत ही नहीं दुनिया की मानवता के मानव जीवन को उत्कृष्ट रूप से जीने के लिए प्रेरणादाई बने।