भारत सरकार ने आज शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, असम के सीएम डॉक्टर हिमंत बिस्वा सरमा और कार्बी संगठनों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में त्रिपक्षीय कार्बी शांति समझौते पर मुहर लगा दी है। समझौते के बाद अमित शाह ने कहा कि असम में कार्बी आंगलोंग समझौता हुआ है। जोकि एक ऐतिहासिक समझौता है।
ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अमित शाह ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। मोदी सरकार दशकों पुराने संकट को हल करने और असम की क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। आपको बता दें कि कार्बी असम का एक प्रमुख जातीय समूह है, जो कई छोटे छोटे गुटों और टुकड़ों से घिरा हुआ है। कार्बी समूह का इतिहास 1980 के दशक के उत्तरार्ध से हत्याओं, जातीय हिंसा, अपहरण और कराधान से संबंधित रहा है।
असम के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, ‘ऐतिहासिक कार्बी आंगलोंग समझौते पर हस्ताक्षर पर मैं केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को बहुत बहुत शुक्रिया कहना चाहता हूं। उनकी वजह से दशकों पुराने समस्या को हल करने, असम की क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित करने के लिए सक्षम रही। इस बात के लिए मैं असम के मुख्यमंत्री को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। आज के इस समझौते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और साहसिक गृह मंत्री अमित शाह के प्रयासों का भी बड़ा योगदान रहा।’
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि मेरा मुंबई में तीन दिनों का कार्यक्रम था, लेकिन मुझे पता चला कि यहां एक महत्वपूर्म काम होने वाला है। इसलिए मैंने इस बड़े समझौते को लेकर अपने दूसरे दौरे को कैंसिल कर दिया।