अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत में नॉर्दर्न एलायंस और तालिबान के बीच भीषण जंग जारी है। दोनों पक्षों के बीच कई दौर की बात बातचीत हुई लेकिन उसका नतीजा कुछ भी नहीं निकला। तालिबान ने दावा किया है कि उसने घाटी को अब घेर लिया है। अब माना जा रहा है कि जंग आने वाले दिनों में और तेज हो जाएगी। पंजशीर ऐसा इलाका है, जहां आज तक तालिबान कब्जा नहीं कर पाया है। न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, तालिबान ने अब पंजशीर को पूरी तरह से घेर लिया है। तालिबान ने पिछले कुछ दिनों में भले ही अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है लेकिन पंजशीर उसकी पहुंच से अभी भी दूर है। ज्ञात हो कि, 15 अगस्त को तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया था लेकिन आज 17 दिन बीत जाने के बाद भी पंजशीर के लिए उसे संघर्ष करना पड़ रहा है।
घुसपैठ की कोशिश में है तालिबान
तालिबान के खिलाफ नॉर्दर्न एलायंस ने शेर ए पंजशीर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद की अगुवाई मोर्चा खोला हुआ है। तालिबान पिछले कई दिनों से पंजशीर में घुसपैठ की कोशिश का रहा है। यही वजह है कि उसने पंजशीर के एंट्रेंस पर हमले तेज कर दिए हैं। पंजशीर में खुद को अफगानिस्तान के कार्यकारी राष्ट्रपति घोषित कर चुके अमरुल्ला सालेह भी मौजूद हैं। उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि ‘हर अफगान नागरिक के हक के लिए पंजशीर लड़ाई लड़ रहा है। अफगान के लोगों के लिए पंजशीर आखिरी दम तक लड़ाई लड़ेगा।’
अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि ‘अचानक जिस तरह विदेशी सेना ने देश वापसी की है। वो सही नहीं है। इससे अब अफगानिस्तान में गृह युद्ध के हालात बन सकते हैं। अफगानिस्तान में जंग खत्म करने को लेकर जिस तरह की आशंकाएं पाकिस्तान ने जताई थीं, उसे पूरी तरह से अनदेखा किया गया है। हम नहीं चाहते है कि देश में आतंकी संगठन मजबूत हो।