लखनऊ। “शानदार तोरण द्वार, चहारदीवारी के बीच करीने से बने मकान, चमचमाती सड़कें, सार्वजनिक पार्क, पूरे परिसर को रोशन करतीं स्ट्रीट लाइट, गोशाला, घर-घर शुद्ध पेयजल, हर घर बिजली, हर घर प्रदूषण मुक्त गैस सिलिंडर, हर परिवार को मुफ्त स्वास्थ्य की सुविधा…और भी बहुत कुछ….।”

इन शब्दों को एक साथ जोड़कर पढ़े तो जेहन में जो तस्वीर से जो तस्वीर बनती है उसे “लन्दनपुर” कहते हैं। …और यह लन्दनपुर किसी परीकथा का कोई अंजान शहर नहीं, यह लखीमपुर खीरी जिले के कुंभी ब्लॉक में विकसित बाबा गोकर्णनाथ ग्रामीण टाउनशिप” है। इस अभिनव एकीकृत ग्रामीण टाउनशिप के शिल्पकार तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी अरविंद सिंह इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संकल्पना का शहर बताते हैं।
बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस शानदार एकीकृत ग्रामीण टाउनशिप में 26 परिवारों को उनके घर की चाभी देकर गृह प्रवेश कराया। वर्चुअल माध्यम से टाउनशिप के परिवारों से बात करते हुए स्थानीय लोगों ने टाउनशिप की खूबियां बयां की तो सहसा सीएम भी कह उठे, वाह! लन्दनपुर तो सचमुच का लंदन लग रहा है।
इन दिनों कानपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के पद पर तैनात अरविंद सिंह ने मुख्यमंत्री के सामने टाउनशिप विकास की पूरी कहानी सुनाई। बुधवार को उन्हें मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में इस नवोन्मेषी कार्य के लिए खासतौर से शासन ने बुलाया गया था। अरविंद सिंह ने प्रस्तुतिकरण में बताया कि उन्होंने जिला लखीमपुर खीरी के लंदनपुर ग्रंट गांव में पीएम आवास योजना को केंद्र एवं राज्य सरकार की 30 अन्य योजनाओं का लाभ देते हुए एक मॉडल तैयार किया। इसमें अनुसूचित जाति एवं भूमिहीन 26 अत्यंत गरीब परिवारों के लिए गेटेड टाउनशिप विकसित की जिसमें सारी सुविधाएं थीं। सभी को मुफ्त में आवास चहारदीवारी और गेट वाली गरीबों की इस टाउनशिप के लिए के लिए शासन से कोई अतिरिक्त ग्रांट नहीं ली गई। 10 विभागों की 30 योजनाओं का कन्वर्जेंस करते हुए हर घर बिजली, गैस कनेक्शन, पार्क, लाइट, गोशाला, गोवंश, सबका बंदोबस्त हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अभिनव योजना की सोच और उसे सफल क्रियान्वयन के लिए अरविंद सिंह की सराहना करते हुए इस मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू करने के निर्देश दिए। बता दें कि युवा आईएएस अरविंद सिंह इससे पहले लखीमपुर में सीडीओ रहते हुए कोविड काल में भारतीय सेना के लिए पीपीई किट तैयार कराने की अभिनव योजना “ऑपरेशन कवच” के लिए भी सुर्खियों में रहे हैं। तथा कोरोना काल में ऑपरेशन चतुर्भुज के द्वारा मनरेगा को शस्त्र बनाते हुए गांवों में चकरोड, सेक्टर मार्ग विवादों को खत्म करते हुए सैकड़ों किलोमीटर सड़कें बनवाईं, जिससे गांव के भीतर ही रोजगार सृजित हुआ। यही नहीं, उनके निर्देशन में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा “बनाना फाइबर” बनाने का प्रयास की चर्चा पीएम मोदी ने बीते दिनों “मन की बात” में की थी। बुधवार को सीएम योगी ने तराई के जनपद खीरी में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से कराए गए कार्यों की काफी प्रशंसा की।
ऐसा है लखीमपुर खीरी का लंदनपुर ग्रंट टाउनशिप
¶ सभी परिवारों को उनके गांव में आवासीय भूमि का पट्टा।
¶ टाउनशिप के लिए के लिए शासन से कोई अतिरिक्त ग्रांट नहीं ली गई।
¶ पीएम आवास ग्रामीण के तहत व्यक्तिगत आवास के लिए मुफ्त आवंटन।
¶ हर घर में टैप वाटर व पानी की टंकी से घरों में जलापूर्ति।
¶ हर घर में बिजली का कनेक्शन, अलग से ट्रांसफॉर्मर।
¶ 26 व्यक्तिगत शौचालय, 26 कम्पोस्ट पिट।
¶ गोवंश सहभागिता के तहत सभी को गोवंश प्रदान किया गया।
¶ सार्वजनिक पार्क, मनरेगा से ओपन जिम , वॉकिंग ट्रैक।
¶ भगवान शिव का मंदिर, खूबसूरत पोखर, आयुष्मान गोल्ड कार्ड।
¶ आजीविका मिशन के तहत महिलाओं का समूह, ऑफिस एवं स्टोर।
¶ राशन कार्ड, पेंशन योजना, मनरेगा जॉब कार्ड, इंडिया मार्का हैडपंप, स्ट्रीट लाइट, तोरण द्वार, पक्की नाली, कूड़ा प्रबंधन।
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