उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का सोमवार को नरौरा गंगा घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बेटे राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया ने कल्याण सिंह को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के दौरान गंगा घाट के बाहर समर्थक ’जय श्रीराम’ और ’जब तक सूरज-चांद रहेगा, कल्याण तेरा नाम रहेगा’ के नारे लगाते रहे।
वैदिक रीति रिवाज से हुआ कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को नरौरा में बंसी घाट पर पहले गंगा से करवे में गंगाजल लाकर अंतिम स्नान कराया गया। इसके बाद अंत्येष्ठि स्थल पर पार्थिव शरीर ले जाया गया। इससे पहले कल्याण सिंह को राजकीय सम्मान के साथ आखिरी सलामी दी गई। बेटे राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया ने कल्याण सिंह को मुखाग्नि दी। वैदिक रीति-रिवाज से पूर्व मुख्यमंत्री का अंतिम संस्कार किया गया। दाह संस्कार के लिए 25 किलो चंदन की लकड़ियां लगाई गई। 11 आचार्यों ने मंत्रोच्चार के जरिए अंतिम क्रिया संपन्न कराई।
नरौरा गंगाघाट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट, भाजपा के उप्र अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश सरकार के मंत्री संदीप सिंह आदि केंद्र व राज्य सरकार के कई मंत्रियों, सांसदों, विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री को श्रद्धांजलि दी।
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इस दौरान भाजपा के प्रदेश महामंत्री व एमएलसी अश्विनी त्यागी, क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, क्षेत्रीय मंत्री इंद्रपाल बजरंगी, मनोज पोसवाल, बुलंदशहर जिलाध्यक्ष अनिल सिसोदिया, जिला महामंत्री अजय त्यागी आदि मौजूद रहे। गंगा घाट पर सुरक्षा व्यवस्था बनाने में पुलिसकर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।