पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) मंगलवार को शहीद सम्मान यात्रा निकाल रही है। हालांकि इस यात्रा के दौरान अभी तक कई स्थानों पर पुलिस के साथ हुई टकराव की जानकारी मिली है। इन्ही टकराव को लेकर बंगाल इकाई के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता सरकार पर बड़ा हमला बोला है।
दिलीप घोष ने ममता सरकार पर बोला हमला
दरअसल, कोलकाता, दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी और अन्य इलाकों में पार्टी की ओर से निकाली जा रही यात्रा पर पुलिस द्वारा सख्ती बरते जाने पर सवाल उठाते हुए दिलीप घोष ने पूछा कि आखिर मुख्य विपक्षी पार्टी को अपना राजनीतिक कार्यक्रम करने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है? उन्होंने कहा कि बीजेपी डरने वाली नहीं है। यहां हमारे 18 सांसद हैं और 77 विधायक हैं। राज्य की जनता ने हमें स्वीकृति दी है।
दिलीप घोष ने कहा कि ममता शासन में राज्य में लोकतंत्र जर्जर हो चुका है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ राज्य प्रशासन व्यवहार कर रहा है उसका जवाब राज्य की जनता देगी।
कोलकाता में निकाली जाने वाली शहीद सम्मान यात्रा से पहले मीडिया से मुखातिब दिलीप घोष ने कहा कि ममता बनर्जी को यह स्वीकार करनी चाहिए कि राज्य की जनता ने हमें स्वीकृति दी है और हमारे अधिकारों का हनन ना करें। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सांसद और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष सरकार भी उपस्थित थे।
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उधर, सिलीगुड़ी में शहीद सम्मान यात्रा के आरंभ में ही पुलिस ने बीजेपी विधायक शंकर घोष समेत पार्टी के 30 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इन लोगों को पार्टी कार्यालय से ही गिरफ्तार किया गया है। सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस के डीसीपी जॉय टुडू ने कहा कि उन्हें इसलिए गिरफ्तार किया गया है क्योंकि उन्होंने युवा संकल्प रैली के लिए अनुमति नहीं ली थी।