खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने देश के 75 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर खादी उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री के स्टॉल लगाये हैं। ये सभी स्टॉल अगले एक वर्ष तक यानी वर्ष 2022 के स्वतंत्रता दिवस तक चलते रहेंगे। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत केवीआईसी ने यह पहल की है। खादी स्टॉलों का उद्घाटन सभी 75 रेलवे स्टेशनों पर 14 अगस्त, 2021 को किया गया।

इस प्रदर्शनी और बिक्री स्टॉलों के जरिये देश के तमाम रेल-यात्रियों को स्थानीय खादी उत्पादों को खरीदने का मौका मिलेगा, खासतौर से सफर के दौरान रास्ते में पड़ने वाले इलाके या राज्य के अपने उत्पादों को। इस पहल से खादी के कारीगरों को अपने उत्पादों को बढ़ावा देने और उन्हें बेचने का बड़ा प्लेटफॉर्म मिलेगा।
इन स्टेशनों पर लगे स्टॉल
इन स्टेशनों में नई दिल्ली, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मुम्बई, नागपुर, जयपुर, अहमदाबाद, सूरत, अम्बाला कैंट, ग्वालियर, भोपाल, पटना, आगरा, लखनऊ, हावड़ा, बेंगलुरू, एर्नाकुलम और अन्य रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
मिलेंगे ये सामान
स्टेशनों के इन स्टॉलों पर खादी और ग्रामीण उद्योगों के उत्पाद, जैसे कपड़े, सिले-सिलाये कपड़े, खादी प्रसाधन, खाद्य-पदार्थ, शहद, मिट्टी के पात्र आदि उपलब्ध हैं। बिक्री स्टॉलों के जरिये देश के तमाम रेल-यात्रियों को स्थानीय खादी उत्पादों को खरीदने का मौका मिलेगा।
वोकल फॉर लोकल पहल को मिलेगी मजबूती
केवीआईसी के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि रेलवे और केवीआईसी के इस संयुक्त प्रयास से खादी के कारीगरों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा, इन 75 रेलवे स्टेशनों के खादी स्टॉलों के प्रति बड़ी संख्या में खरीदार आकर्षित होंगे और इस तरह खादी उत्पादों की विस्तृत किस्मों को लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी। इसके जरिये न सिर्फ ‘स्वदेशी’ की भावना को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि सरकार की ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल को भी आधार मिलेगा।
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