लखनऊ। राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि इस देश के सबसे बड़े किसान रॉबर्ट वाड्रा हैं। स्वाभाविक रूप से उनकी पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा किसानों की सबसे बड़ी हितैषी हैं। फिलहाल, इस समय वह यूपी के किसानों की चिंता में लगातार घड़ियाली आंसू बहा रही हैं।
उन्होंने कहा कि अपने एक ट्वीट में प्रियंका ने एक बिल्कुल नई और नायाब बात कही है। उनके मुताबिक किसान इस देश की आत्मा हैं। इस नई जानकारी के साथ उन्होंने यूपी सरकार से कई सवाल भी पूछे हैं। लोकतंत्र में यह उनका भी हक है और मेरा भी। मेरा सवाल यह है कि जिस राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सरनेम के तमगे के साथ गांधी परिवार ने केंद्र और प्रदेशों में वर्षों तक सत्ता की मलाई काटी है, उनके सपनों के अनुसार किसानों के लिए क्या किया? उनको कितना अवसर दिया। गांधीजी ने कहा था कि यहां का राजा किसान है। वह पैदा न करे, तो हम खाएंगे क्या? असली राजा वही है। मेरी चले तो हमारा गवर्नर जनरल एवं बड़ा वजीर किसान होगा।
प्रियंका को यह बताना चाहिए कि सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने गांधीजी के सपनों के बारे में क्या किया। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के बारे में स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट पर वर्षों तक कौन कुंडली मारकर बैठा रहा। सरयू नहर जैसी तमाम सिंचाई परियोजनाएं दशकों तक किन वजहों से अधूरी रहीं। आप फसल मुआवजे की बात करती हैं। योगी सरकार ने तो पहली बार बंटाईदारों तक को बीमा के दायरे में लेकर आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा दी। जितने गोआश्रय बनाए, वह आपको कभी नजर नहीं आएंगे। नजर तो आपको एमएसपी पर खाद्यान्नों और गन्ना के रिकॉर्ड खरीद और भुगतान के आंकड़े भी नहीं आएंगे। झूठ बोलना कांग्रेस की आदत रही है। ऐसे में प्रियंका से सच की उम्मीद है भी नहीं। पर जनता सच जानती है। वह यह भी जानती है कि केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार किसानों के हितों के प्रति कितनी प्रतिबद्ध हैं। अगर हमने प्रतिबद्धता दिखाई है, तो उसे बताएंगे भी।
मालूम हो कि आज एक ट्वीट में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने किसानों को देश की आत्मा बताते हुए प्रदेश सरकार से कुछ सवाल पूछे थे। बकौल राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने उन सवालों के जवाब में उक्त बातें कहीं। आजादी से लेकर 2017 तक किसी सरकार ने किसानों को उतनी धनराशि नहीं दी, जितनी योगी सरकार ने उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध और शक्तिशाली बनाने के लिए जितने प्रयास किए हैं, उतने शायद ही पहले किसी सरकार में हुए हों। सीएम योगी ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से किसानों को प्रदेश के सालाना बजट से ज्यादा धनराशि महज साढ़े चार साल के कार्यकाल में दी है। यह भी एक इतिहास है कि आजादी से लेकर 2017 से पहले तक किसी सरकार ने प्रदेश के सालाना बजट तो दूर उसकी आधी धनराशि भी किसानों को नहीं दी है। प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को रिकार्ड छह लाख 80 हजार 708 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। किसानों के हित में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों और अन्य मदों में दी गई धनराशि को यदि जोड़ लिया जाए, तो यह राशि 10 लाख करोड़ तक पहुंच सकती है।