कांग्रेस गुटबंदी का असर अब चंडीगढ़ में भी पड़ गया है। चंडीगढ़ की कांग्रेस इकाई के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है। छाबड़ा ने शुक्रवार को ट्वीट कर इसका ऐलान किया। पार्टी ने एक दिन पहले ही उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ट्वीट कर लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष छाबड़ा ने अपने ट्वीट में लिखा कि एक ईमानदार व्यक्ति कभी भी आक्रोश और झूठ को बर्दाश्त नहीं करेगा। सिर को ऊंचा करके चलना गरिमा है। मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।
छाबड़ा ने चंडीगढ़ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पवन कुमार बंसल पर पार्टी को लेकर निशाना साधा था। छाबड़ा वर्तमान चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला और पूर्व सांसद पवन कुमार बंसल पर तब से हमले कर रहे हैं जब से उन्हें अध्यक्ष पद से हटाया गया था। वह आरोप लगाते रहे हैं कि उन्हें पार्टी की बैठकों और मंचों पर नहीं बुलाया जा रहा था और उनकी अनदेखी की जा रही थी। हालांकि, कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष यह कहते रहे हैं कि छाबड़ा को आमंत्रित किया जा रहा था, लेकिन वे बैठकों में शामिल नहीं हो रहे थे।
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गुरुवार को एक आधिकारिक बयान में कांग्रेस ने कहा था कि पार्टी ने छाबड़ा की हालिया कार्रवाइयों पर कड़ा संज्ञान लिया, जिसमें वह खुले तौर पर पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर रहे हैं और इसकी छवि और संभावनाओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सर्वसम्मति से इस तरह की पार्टी विरोधी गतिविधियों की निंदा करने और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्णय लिया गया है।