एशिया की अति सुरक्षित मानी जाने वाली दिल्ली की तिहाड़ जेल में बुधवार सुबह एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल के अनुसार, उक्त कैदी की पहचान अंकित गुर्जर के रूप में हुई है। वह गांव खेला, चांदनी नगर, बागपत (यूपी) का रहने वाला था।
तिहाड़ जेल पर परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
उधर, कैदी के परिजन का आरोप है कि जेल प्रशासन ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी है। घटना से नाराज परिजन तिहाड़ जेल संख्या-तीन के बाहर हंगामा कर रहे थे। उन्होंने इस घटना की हरिनगर थाने में शिकायत भी दी है।
पुलिस के अनुसार, अंकित गुर्जर सुंदर भाटी गैंग से जुड़ा हुआ था। वर्ष 2015 में उसने ग्रेटर नोएडा में भाजपा नेता विजय पंडित की हत्या कर दी थी। अंकित के खिलाफ हत्या, जबरन उगाही और लूट के करीब दो दर्जन मामले दर्ज थे। इस मामले में एक डिप्टी सुपरिटेंडेंट की भूमिका को लेकर भी पुलिस जांच कर रही है।
अंकित के परिजन ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि, तीन अगस्त की रात जेल में कुछ अधिकारियों ने बेरहमी से अंकित की पिटाई की। उनका आरोप है कि जेल प्रशासन द्वारा उससे एक लाख रुपये की मांग की जा रही थी। रकम नहीं मंगवाने पर उसे पीटा गया, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि अंकित सुबह मृत अवस्था में मिला है। मामले की जांच की जा रही है।
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पश्चिमी जिले की डीसीपी उर्विजा गोयल ने बताया कि पुलिस को सुबह 9.15 बजे सूचना मिली थी कि तिहाड़ जेल में एक कैदी की मौत हो गई है। सूचना मिलते ही हरि नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने पाया कि एक कैदी बेड पर मृत अवस्था में पड़ा हुआ है। इसके अलावा दो सगे भाई कैदी घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण की जांच मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा की जा रही है। उनकी रिपोर्ट के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि आखिरकार अंकित की मौत कैसे हुई। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।