लखनऊ। यूपी के सरकारी प्राइमरी स्कूल खूबसूरत होने के साथ रोजगार देने का केन्द्र भी बनने जा रहे हैं। आपरेशन कायाकल्प के तहत प्राइमरी स्कूलों में स्मार्ट क्लास के साथ किचन वाटिका भी तैयार की जाएगी। साथ ही आवारा जानवरों व बाहरी लोगों के प्रवेश रोकने के लिए चहारदीवारी और खेल का मैदान तैयार होगा। फैंसिंग व चहारदीवारी निर्माण के लिए मनरेगा के तहत प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
आपरेशन कायाकल्प के तहत 1 करोड़ 30 लाख से अधिक स्कूलों की सूरत बदलने का काम प्रदेश सरकार ने किया है। स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं के साथ सभी सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक प्राइमरी स्कूलों में किचन वाटिका का निर्माण भी कराया जाएगा। इसमें सब्जियों के साथ औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। शिक्षकों छात्रों को औषधीय पौधों से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी देंगे। अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की ओर से इसे लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिया है।
गांवों के प्रवासी श्रमिकों को मिलेगा रोजगार
अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश के सभी प्राइमरी स्कूलों में खेल के मैदान, चाहरदीवारी व किचन वाटिका का निर्माण किया जाना है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र में स्थित परिषदीय विद्यालयों में प्राथमिकता के आधार पर इनको तैयार किया जाएगा। प्राइमरी स्कूलों में होने वाले कार्यों में गांव में ही रहने वाले प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग की इस योजना से ग्रामीण इलाकों में हजारों की संख्या में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार मिलेगा। प्राइमरी स्कूलों में आपेरशन कायाकल्प के तहत हो रहे कार्यों को प्रत्येक महीने निर्धारित प्रारूप पर प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करना होगा। इसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी हर महीने की 10 तारीख को अपलोड किए गए डाटा की जांच कर अपनी रिपोर्ट ऑनलाइन देंगे।