पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल कर लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हुई ममता बनर्जी की नजर अब दिल्ली के तख़्त पर है। खुद को सियासी रूप से मजबूत करने की कवायद में जुटी ममता इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं। उनके इसी दिल्ली दौरे को लेकर बंगाल इकाई के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने तगड़ा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख को बंगाल में हिंसा को रोकने पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की देखभाल करने के लिए हैं।

ममता बनर्जी को लेकर दिलीप घोष ने दिया बड़ा बयान
बुधवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि विपक्षी दल राष्ट्रीय राजनीति में अपनी जमीन खो रहे हैं और दोनों सदनों में प्रतिनिधियों की कम हुई है। उन्हें राष्ट्र के मूड को समझना चाहिए। लोकसभा चुनाव के पहले भी ममता बनर्जी ने भी इस तरह की कोशिश की थी, लेकिन चुनाव के बाद कौन कहां गया, किसी को पता नहीं है।
मुख्यमंत्री के विपक्षी एकता के प्रस्ताव संबंधी एक सवाल पर घोष ने कहा कि ममता बनर्जी का ध्यान बंगाल के विकास या राज्य में पिछले कई महीनों से हो रही हिंसा की ओर नहीं है। वह केवल राजनीति करती हैं और केंद्र सरकार का विरोध करती हैं। ममता बनर्जी को पहले बंगाल की देखभाल करनी चाहिए। मोदी देश की देखभाल करने के लिए हैं। जब तक मोदी हैं तब तक देश ठीक है।
उन्होंने कहा कि साल 2019 में विपक्ष ने भी एकजुट होने की कोशिश की गई थी लेकिन भाजपा जीत गई। अब उनका अस्तित्व खतरे में है। ऐसी कई पार्टियां हैं, जिनका लोकसभा और राज्यसभा में एक भी प्रतिनिधि नहीं है। तृणमूल की एक दर्जन सीटें भी कम हो गईं। इससे उन्हें (विपक्ष को) पता होना चाहिए कि लोग क्या चाहते हैं।
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राज्य का नाम बदलने के पश्चिम बंगाल सरकार के प्रस्ताव संबंधी सवाल के जवाब में दिलीप घोष ने कहा कि वह (बनर्जी) हर महीने केंद्र को एक प्रस्ताव भेजती हैं। उसके सभी प्रस्तावों को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। उनके प्रस्ताव पर केंद्र में निर्णय लेने के लिए लोग हैं। मैं नाम बदलने के पक्ष में नहीं हूं।
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