पंजाब में शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी कर दी गई। इस ताजपोशी के बाद अब सूबे में कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सिद्धू के हाथों में है। इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी मंच पर मौजूद थे। सिद्धू की इस ताजपोशी के बाद यहां उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू को बधाई दी। हालांकि इसके बाद सिद्धू ने अपने संबोधन में एक बार फिर कैप्टन अमरिंदर सिंह का नाम नहीं लिया। इस दौरान उन्होंने किसान आंदोलन से लेकर ड्रग्स तक के मुद्दों पर अपनी राय दी।
ताजपोशी के बाद कैप्टन ने सिद्धू को लेकर दिया बयान
सिद्धू की ताजपोशी के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें बधाई देते हुए में कहा कि जब सिद्धू पैदा हुए थे, तब मेरा कमीशन हुआ था। उन्होंने कहा कि साल 1970 में जब मैंने फोज छोड़ी थी तब मेरी माता जी ने मुझे राजनीति में आने की सलाह दी थी। नवजोत सिंह सिद्धू के पिता जी से मेरा तब का रिश्ता है। ये हम दोनों के परिवार की बैकग्राउंड हैं।
उधर, ताजपोशी के बाद नई ऊर्जा के साथ हुंकार भरते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि सिद्धू ने कहा, ‘मैं सबका आशीर्वाद लेकर सभी को साथ लेकर चलूंगा। मैं सरेआम कहता हूं मेरी चमड़ी मोटी है। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझे सिर्फ एक ही चीज का जुनून है कि पंजाब कैसे ऊपर उठेगा।
यह भी पढ़ें: राज्यसभा में संसदीय मर्यादा लांघना तृणमूल सांसद को पड़ा भारी, मिली कड़ी सजा
उन्होने कहा कि आज मैं सारे पंजाब के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रधान बन गया। आज मसला किसानों का है, मसला टीचर्स का है, मसला डॉक्टर्स का है। मसला इन सभी लोगों का है। जबतक इनका मसला हल नहीं हो जाता, जब तक ये औहदा बेकार है। मेरे पिता स्वतंत्रता सेनानी थे। मैं उनके खून का वारिस हूं। मुझे अपने पिता के दर्द का अहसास है। आज लोगों के हक की लड़ाई लड़नी है।