जैसे कयास लगाए जा रहे थे, पश्चिम बंगाल विधानसभा में शुक्रवार को सत्र ठीक उसी तरह से हंगामे के साथ शुरू हुआ। इस नए सत्र की शुरुआत होते ही बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के विधानसभा सदस्यों ने जमकर हंगामा काटा। इसका नतीजा यह रहा कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ अपना अभिभाषण भी पूरा पढ़ न पाए और पहले दिन का कार्यकाल शुरू होते ही समाप्त कर दिया है। बताया जा रहा है कि बीजेपी सदस्यों ने विधानसभा में जमकर जयश्री राम का उद्घोष भी किया।

राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान हुआ हंगामा
दरअसल, शुक्रवार को नई सरकार के विधानसभा सत्र की शुरुआत हुई। इस सत्र की शुरुआत बंगाल के राज्यपाल के अभिभाषण के साथ होनी थी, लेकिन जैसे ही शुरुआत हुई बीजेपी के कई विधायक हंगामा काटने लगे। ऐसे में धनखड़ ने स्पष्ट कर दिया कि वह सरकार की लिखी हुई सभी चीजें सदन में नहीं बोलेंगे।
एक समाचार एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार, बीजेपी के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया था। सूबे में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर उन्होंने राज्यपाल के संबोधन के दौरान हंगामा किया था। साथ ही इस दौरान जय श्री राम के नारे भी लगाए थे। राज्यपाल को विरोध के चलते अपने संबोधन को छोटा करना पड़ा था।
बीजेपी की ओर से आरोप लगाया गया कि ममता सरकार के कारण राज्यपाल के भाषण में चुनाव के बाद पनपी हिंसा का जिक्र नहीं किया गया। इसी बीच, बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि चुनाव बाद हुई हिंसा सूबे में बड़ा मुद्दा है। यह लड़ाई अंत तक जारी रहेगी।
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बता दें कि जो अभिभाषण राज्यपाल द्वारा दिया जाना था, वह सूबे की सरकार ही तैयार कराती है। हालांकि, धनखड़ को उस में शामिल चीजों पर आपत्ति थी। सूत्रों के हवाले से कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि धनखड़ इस मुद्दे पर अपनी बात सदन में रखना चाहते थे, पर सरकार की ओर से कह दिया गया था कि वह अभिभाषण कैबिनेट में पास हो चुका है।
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