पाकिस्तान में फिर उठा खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन का मुद्दा, चहेते मंत्री ने पेश की सफाई

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले साल संसद में अल-कायदा खूंखार आतंकी ओसामा बिन लादेन को शहीद बताया। इसके बाद उनकी खूब फजीहत हुई। दुनियाभर में इमरान के इस बयान को लेकर उनकी आलोचना की गई। वहीं, अब इमरान के चहीते और देश के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने इमरान के बयान का बचाव किया है। फवाद चौधरी ने कहा कि इमरान खान की ‘जुबान फिसल’ गई थी, इसी वजह से उन्होंने ओसामा को शहीद बता दिया था।

जियो न्यूज पर एक कार्यक्रम के दौरान बातचीत करते हुए फवाद चौधरी ने कहा, पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन को आतंकवादी और अल-कायदा को आतंकी संगठन मानता है। उन्होंने कहा, पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में मतदान किया है, हम संयुक्त राष्ट्र में एक मतदाता हैं जिसने ओसामा बिन लादेन आंतकवादी और अल-कायदा को आतंकी संगठन घोषित किया है। चौधरी ने कहा, आतंकवाद के खिलाफ जंग में पाकिस्तान ने सबसे ज्यादा कुर्बानी दी है। हालांकि, मंत्री ने ये नहीं बताया कि किस तरह उनका मुल्क आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह का काम करता है।

इमरान के बयान पर कुरैशी को भी घेरा गया

इससे पहले, पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अफगानिस्तान की टोलो न्यूज को एक इंटरव्यू दिया। इस दौरान भी इमरान के ओसामा वाले बयान को लेकर कुरैशी को घेरा गया। पत्रकार लोतफुल्लाह नजाफीजादा ने कुरैशी से इमरान के संसद में दिए गए बयान को लेकर टिप्पणी की मांग की। इस पर पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा, ‘पीएम का बयान अलग संदर्भ में देखा गया। और आप जानते हैं कि मीडिया के एक धड़े ने ऐसा किया।’ जब कुरैशी से सवाल किया गया कि क्या आप मानते हैं कि ओसामा शहीद है। ये सुनकर कुरैशी थोड़ी देर के लिए बिल्कुल चुप हो गए और कहा कि मैं इसे जाने देता हूं।

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पिछले साल संसद को संबोधित करते हुए इमरान खान ने अल-कायदा सरगना और खूंखार आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को शहीद करार दिया। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को आतंक के खिलाफ जारी जंग में अमेरिका का साथ नहीं देना चाहिए। अमेरिका पर हमलावर होते हुए इमरान ने कहा था कि अमेरिकी बलों ने पाकिस्तान में घुसकर लादेन को शहीद कर दिया। इस हमले की जानकारी पाकिस्तान को नहीं दी गई। वहीं, इमरान के इस बयान के बाद दुनियाभर में उनकी बेइज्जती हुई और ये स्पष्ट हो गया कि पाकिस्तान खुलकर आतंक का समर्थन करता है।