उत्तर प्रदेश एटीएस द्वारा किये गए मूक-बधिरों और महिलाओं को बरगलाकर धर्मांतरण कराने वाले गिराह के खुलासे के बाद अब इस मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान में लिया है। उन्होंने कहा है कि इस प्रकरण की तह तक जाने के लिए जांच एजेंसियों से इसकी जांच करायी जाये और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाये। उधर, इस मामले के तार अब पाकिस्तान से जुड़ते नजर आ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि चंदे के रूप में विदेशी फंडिंग हुई, कुल रकम का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान और कुछ अन्य गल्फ देशों से आया था। मनी ट्रेल का ISI से लिंक तलाशने में भी भारतीय एजेंसियां जुट गई हैं। जांच एजेंसियां उन अकाउंट की पहचान करने में जुटी, जिनमें विदेशों से ये पैसा आया।
धर्मांतरण मामले को लेकर सीएम ने जारी किये आदेश
मुख्यमंत्री योगी ने सभी दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर के तहत कार्रवाई कर उन्हें एनएसए में निरुद्ध करने के आदेश दिए हैं। दोषियों की सम्पत्तियों की जांच कर जब्त करने की कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं। यह भी आदेश दिए हैं कि ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और कोई भी दोषी बचना नहीं चहिए।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश की आतंक निरोधक दस्ता (एटीएस) ने सोमवार को धर्मांतरण कराये जाने के मामले का बड़ा खुलासा किया था। जिसमें शामिल दिल्ली के जामिया निवासी मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी को धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि यह लोग मूक बधिर बच्चों और असहाय महिलाओं को अपना टारगेट करते थे। इन्हें अच्छी नौकरी, शादी, पैसे का प्रलोभन दिया जाता है। इसके लिए विदेशों से फंडिंग की जाती है। आरोप है कि उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी की ओर से अब तक एक हजार गैर मुस्लिमों को मुस्लिम बनाया गया है।
यह भी पढ़ें: बंगाल हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के जज ने लिया बड़ा फैसला, बेंच ने उठाया कड़ा कदम
आरोप है कि इन्होंने हजार से अधिक लोगों का धर्म परिवर्तन कराया। इस गिरोह पर आरोप लगाया गया है कि ये मूक बधिरों, महिलाओं, बच्चों और मुसीबत के मारे हुए लोगों को अपना टारगेट बना धर्मांतरण कराते थे। साथ ही खबर है कि इन्होंने नोएडा के एक स्कूल के 18 मूक बधिर बच्चों का भी धर्म बदलवाया।